पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि समुद्री उद्योग में भारत की क्षमता नीली अर्थव्यवस्था को बदल देगी, जिससे यह अमृत काल के दौरान समुद्री व्यापार के लिए पसंदीदा स्थान बन जाएगा। आज चेन्नई में द वीक मैरीटाइम समिट में मंत्री ने कहा कि पुराने दिनों में तमिलनाडु वैश्विक स्तर पर समुद्री व्यापार के लिए प्रमुख स्थलों में से एक था। उन्होंने कहा कि सरकार अधिक रोजगार, धन और स्थिरता पैदा करने के उद्देश्य से भारत के उसी गौरव को वापस लाने के लिए उत्सुक थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को पिछले साल 100 अरब डॉलर तक का निवेश प्राप्त हुआ था।
जी 20 में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप गलियारे के विकास के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को याद करते हुए, श्री सोनोवाल ने कहा कि सागर माला, सागर सेतु, सागर समृति जैसी परियोजनाओं का उद्देश्य भारत को मजबूत बुनियादी ढांचा बनाने के साथ पसंदीदा स्थान बनाना था। श्री सोनोवाल ने कहा कि हाइड्रोजन विनिर्माण इकाइयां भविष्य में विकास का जरिया होंगी।