जबलपुर, 28 अक्टूबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले के खमरिया ऑर्डिनेंस फैक्टरी में छह दिन पूर्व यानी बीती 22 अक्टूबर को हुए धमाके के बाद एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। धमाके के कुछ ही समय बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया गया था, जिसके नीचे “पाकिस्तान जिंदाबाद” लिखा हुआ था। यह वीडियो जिस अकाउंट से शेयर किया गया है। उसका यूजर नेम “लव पाक आर्मीज” है। इस वीडियो के वायरल होते ही सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं और इस मामले को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच के दायरे में लिया गया है।
पाकिस्तान जिंदाबाद नामक पेज से खमरिया फैक्टरी ब्लास्ट का वीडियो वायरल होने की बात सामने आने पर साइबर सेल ने इसे जांच में ले लिया है। इसके साथ ही केंद्रीय सुरक्षा बलों ने भी इस मामले में संज्ञान लिया है। सुरक्षा एजेंसियों की जांच में खमरिया फैक्टरी में हुए धमाके को लेकर कुछ तथ्य सामने आए, जिससे उनके कान खड़े हो गए हैं। सुरक्षा एजेंसी के सामने यह बात आई है कि बीती 22 अक्टूबर को इस बम धमाके के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो डाला गया था, जिसके नीचे पाकिस्तान जिंदाबाद लिखा हुआ था। पाकिस्तान जिंदाबाद के नाम से संचालित सोशल मीडिया के अकाउंट में घटना दिनांक का ही ऑर्डनेंस फैक्टरी के बाहर का वीडियो शेयर किया गया है और उसमें अंग्रेजी भाषा में सांकेतिक रूप से कुछ लाइन भी लिखी गई हैं। इसके अलावा भी सांकेतिक भाषा में कुछ लिखा गया है। पुलिस से लेकर सुरक्षा एजेंसियां इन शब्दों का अर्थ और इसमें अगर कोई कोड छिपा है तो उसकी तलाश कर रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क-
सुरक्षा एजेंसीयों ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और अब यह मामला बड़े स्तर पर जाँच के दायरे में आ गया है। घटना दिनांक को हादसे के बाद वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने बम निरोधक दस्ते, डॉग स्कॉर्ड के साथ मौके पर दौरा किया था। यह बेहद गंभीर मामला है क्योंकि जबलपुर सुरक्षा इकाइयों और निर्माण के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील है। इस विषय को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर की गई इस टिप्पणी से स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की सुरक्षा एजेंसी सतर्क हो गई हैं। उनकी जांच में इस वीडियो को प्रसारित करने के पीछे क्या उद्देश्य है। यह सोशल मीडिया अकाउंट किस संगठन द्वारा संचालित किया जा रहा है, इस बात की जांच शुरू हो गई है।
गाैरतलब है कि खमरिया की इस घटना में दो कर्मचारी शहीद हो गए थे और 16 लोग घायल हुए थे। यह बात अत्यंत गम्भीर है कि इतने संवेदनशील क्षेत्र में खमरिया फैक्टरी के बाहर का वीडियो कार से बना कर उससे संदेश दे और सांकेतिक भाषा में शेयर कर फिर इस वीडियो को वायरल किया जाता है तो यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला बन जाता है। हालांकि शुरुआती जांच में ये बात सामने आ रही है कि ये अकाउंट पाकिस्तान से है। इस वीडियो को वायरल करने का क्या उद्देश्य है, क्या मकसद है, यह किसके द्वारा किया गया है, इन सब सवालों के जवाब अब जाँच एजेंसियां तलाश करने में जुट गई हैं।
इस बाबत जबलपुर के एडिशनल एसपी समर वर्मा का कहना है कि जिस साेशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ये वीडियो डाला गया है, उसके अधिकारियों से इस बारे में जानकारी मांगी गई है। प्रथम दृष्टया ही समझ आ रहा है कि ये पाकिस्तान से संचालित है। हमारी साइबर टीम इसकी बारीकी से जांच कर रही है। जैसे ही कुछ अपडेट आता है, इसके बारे में और विस्तार से बताया जाएगा।