काठमांडू, 28 अक्टूबर (हि.स.)। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने भारत भ्रमण के लिए औपचारिक निमंत्रण की प्रतीक्षा में हैं। साेमवार काे औली ने
सार्वजनिक रूप से भारत के दाैरा के लिए निमंत्रण की इंतजार करने की बात कही है। नेपाल में उनकी सरकार बने सौ दिन पूरे हो चुके हैं।
अपनी सरकार के सौ दिन पूरा होने पर सोमवार को सरकारी समाचार एजेंसी राष्ट्रीय समाचार समिति को दिए अन्तर्वार्ता के क्रम में प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि उन्हें अब तक भारत दाैरा का औपचारिक निमंत्रण नहीं मिला है। वो इसकी प्रतीक्षा में है जैसे ही निमंत्रण मिलेगा वो दिल्ली का भ्रमण करना चाहेंगे। प्रधानमंत्री ओली ने यह भी कहा कि उनके पास चीन सरकार के तरफ से दाैरा की बात आई है, पर उनकी प्राथमिकता भारत भ्रमण की है। ओली ने कहा कि चीन से भ्रमण की बात हो रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान चीन के विदेश मंत्री वांग यी के तरफ से चीन आने का न्यौता तो मिला है, पर औपचारिक निमंत्रण वहां से भी नहीं आया है। प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय दोनों जगह ही भारत और चीन भ्रमण को लेकर एजेंडा की तैयारी की जा रही है। औपचारिक निमंत्रण मिलते ही वो दिल्ली और बीजिंग की यात्रा पर जाएंगे।
नेपाल के राजनीतिक गलियाराें में ओली सरकार के असफल होने की चर्चाएं हाे रही हैं। विदेश मामलों के जानकार अरुण संवेदी ने कहा कि ओली ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनको सौ दिन पूरा होने के बाद भी अपने दोनों पड़ोसी में से किसी से भी औपचारिक निमंत्रण नहीं मिलना यह दर्शाता है कि इस सरकार को कोई भी पड़ोसी देश पसंद नहीं कर रहा है। सुवेदी का कहना है कि नेपाल में नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति के साथ ही शपथग्रहण से पहले ही भारतीय प्रधानमंत्री का टेलीफोन आता है और भारत भ्रमण का निमंत्रण दिए जाने की परंपरा है पर ओली की नियुक्ति के बाद इस बार भारतीय प्रधानमंत्री का शुभकामना संदेशपत्र के रूप में आया जो महज औपचारिकता निभाया गया। ओली और भारतीय प्रधानमंत्री की मुलाकात न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान हुई थी, लेकिन यह साइडलाइन वार्ता थी जिसका कोई खास महत्व नहीं है।