काठमांडू, 25 अक्टूबर (हि.स.)। नेपाल में कांग्रेस और एमाले के नए सत्ता गठबंधन की सरकार के सौ दिन पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों को बताने के अलावा इस सरकार के सौ दिनों तक टिक जाने को एक बड़ी उपलब्धि बताई गई है। इसके साथ सत्ता गठबंधन ने विपक्षी दलों से सरकार गिरने की अफवाह नहीं फैलाने की नसीहत दी है।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की अध्यक्षता में हुई सत्ता गठबंधन की बैठक में नेताओं ने विपक्षी दलों पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया है। इस बैठक के बाद जारी संयुक्त बयान में विपक्षी दलों पर सरकार को अस्थिर करने और सरकार गिरने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है। सत्ता गठबंधन में सहभागी सभी दलों के शीर्ष नेताओं की उपस्थिति दिखाकर गठबंधन में कोई भी मतभेद नहीं रहने का संदेश देने का प्रयास भी किया गया।
सत्ता गठबंधन की बैठक में छोटे दल के उन नेताओं को नसीहत भी दी गई जो इस सरकार के विरोध में सार्वजनिक बयान देते रहे हैं। साथ ही विपक्षी गठबंधन की बैठक में सहभागी होने वाले नेताओं को भी चेतावनी दी गई। संयुक्त बयान में विपक्षी दलों की साजिश में सत्ता गठबंधन में दरार लाने की कोशिशों की आलोचना की गई है। बयान में कहा गया है कि संसद में दो तिहाई बहुमत के साथ बनी इस सरकार को सड़क आंदोलन से गिरने का दिवास्वप्न विपक्षी दल नहीं देखे।
सत्ता गठबंधन की बैठक के बाद जारी बयान में पूर्व उप प्रधानमंत्री रवि लामिछाने की गिरफ्तारी के बाद से उनकी पार्टी के सांसदों और समर्थकों द्वारा अराजकता फैलाने, न्यायिक प्रक्रिया को अवरोध करने और पीड़ित पक्षों के न्याय में बाधा पहुंचाने को लेकर विरोध किया गया। बयान में कहा गया कि यदि रवि लामिछाने के समर्थन में सड़कों पर प्रदर्शन बंद नहीं हुए तो सहकारी पीड़ित के पक्ष में सत्ता पक्ष के कार्यकर्ता भी सड़कों पर उतरने में पीछे नहीं हटेंगे। बयान में रवि की गिरफ्तारी कानूनी प्रक्रिया के तहत होने की बात कहते हुए इसको लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने को अनुचित बताया गया है।