नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। आम आदमी पार्टी के नेता और सांसद राज्यसभा संजय सिंह ने एक बार फिर स्पाइनल मस्कूलर एट्राफी (एसएमए) के इंजेक्शन की कीमत कम करने की मांग की। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की कि इस गंभीर रोग से पीड़ित रोगियों को राहत दिलाने का काम करे।अपनी मांग को पुष्ट करने के लिए वे पत्रकार वार्ता में एसएमए से पीड़ित दो बच्चे और उनके माता-पिता को भी सामने लेकर आए ।
पत्रकार वार्ता में संजय सिंह ने कहा कि स्पाइनल मस्कूलर एट्राफी एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी के इलाज में जो इंजेक्शन लगता है उसकी कीमत 17 करोड़ रुपये है। सरकार की छूट के बाद से इसकी कीमत में थोड़ी कमी आई है लेकिन अब भी ग्यारह करोड़ रुपये का इंजेक्शन खरीद पाना किसी के लिए भी संभव नहीं है। अगर केंद्र सरकार इन बच्चों के लिए आगे नहीं आएगी तो आखिर कौन इन्हें राहत देगा। उन्होंने कहा कि मैंने संसद में मांग की थी कि जब तक केंद्र सरकार ऐसे मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी, तब तक उन्हें बचाना मुश्किल होगा ।
उन्होंने बताया कि स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) एक आनुवंशिक बीमारी है, जो खासतौर से ब्रेन की नर्व सेल्स और रीढ़ की हड्डी को नुकसान पहुंचाती है । इसमें इलाज के बिना कई पीड़ित बच्चे दो से तीन साल की उम्र में ही दम तोड़ देते हैं । आआपा सांसद ने कहा कि यदि ये बीमारी किसी बच्चे को हो जाए इसके इलाज में इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपये है। माता-पिता के लिए यह खर्च वहन करना असंभव है, चाहे वे कितने भी अमीर क्यों न हों?
उन्होंने कहा कि इस इंजेक्शन की कम्पनी अमेरिका की है । मैं केंद्र सरकार से विनती करता हूं कि वे इंजेक्शन बनाने वाली अमेरिकी कम्पनी नोवार्टिस के बारे में अमेरिकी सरकार से बात करें। केंद्र सरकार इस इंजेक्शन को सस्ता दिलाने का प्रयास करे । उन्होंने देश के लोगों से अपील की है कि वे भी आगे आएँ और 100 रुपये से लेकर जिसकी जितनी क्षमता हो, मदद करें ।