नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र में गुरुवार को देश की पहली कोल गैलरी की शुरुआत की गई। इस गैलरी का उद्देश्य न केवल आगंतुकों को कोयले के अतीत और वर्तमान के बारे में बताना है, बल्कि ऊर्जा उत्पादन और स्थिरता में भविष्य के नवाचारों को प्रेरित करना भी है। कोयला मंत्रालय की पहली कोल गैलरी पर ‘ब्लैक डायमंड: अनवीलिंग द डेप्थ’ नामक प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चन्द्र दुबे ने गुरुवार को संयुक्त रूप से किया।
इस अवसर पर गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि कोल गैलरी को एक शैक्षिक और इंटरैक्टिव स्थान के रूप में डिज़ाइन किया गया है जो आधुनिक ऊर्जा खपत में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए कोयले की यात्रा की खोज के लिए समर्पित है। जैसे-जैसे हम हरित ऊर्जा समाधानों की ओर बढ़ रहे हैं, यह दीर्घा भारत की ऊर्जा सुरक्षा और आर्थिक विकास में कोयले की मूलभूत भूमिका की याद दिलाएगी।
संस्कृति मंत्रालय में सचिव अरुणिश चावला, कोयला एवं खान मंत्रालय में अपर सचिव निरुपमा कोटरू, संस्कृति मंत्रालय में संयुक्त सचिव संजय कौल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य कोयले की खोज, निष्कर्षण और प्रसंस्करण को प्रदर्शित करना है, जिसमें उन्नत तकनीक को उजागर किया गया है। प्रदर्शनी में एक वॉक-थ्रू सिम्युलेटेड कोयला खदान लिफ्ट शामिल है जिसमें कोयला खादानों में गहराई में जाने का एक आभासी अनुभव भी मिलता है।