भोपाल, 16 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात के कच्छ जिले में स्थित कांडला में केमिकल फैक्टरी एग्रो प्लांट में जहरीली गैस की चपेट में आए पांच कर्मचारियों की मौत हो गई। इनमें फैक्टरी में कार्यरत मध्य प्रदेश के ग्वालियर चंबल अंचल के तीन युवक भी थे। मध्य प्रदेश सरकार के ओएसडी महेशचंद्र चौधरी के निगरानी में तीनों के शव उनके गृहनगर भिंड, दतिया व शिवपुरी भेजे गए हैं। वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीनों युवकों की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवारों को दो-दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत की है।
दरअसल, एग्रोटेक प्लांट में खाद्य तेल, बायोडीजल, रिफाइंड पाम, सोयाबीन तेल और वनस्पति घी का उत्पादन होता है। घटना बुधवार दोपहर साढ़े 12 बजे हुई। दुर्घटना के समय कर्मचारी अपशिष्ट उपचार संयंत्र की सफाई कर रहे थे। एक कर्मचारी कीचड़ निकालने के लिए टैंक में घुसा और बेहोश हो गया। जब दो अन्य कर्मचारी उसे बचाने के लिए दौड़े, तो वे भी बेहोश हो गए। दो और कर्मचारी भी उसके पीछे चले गए और सभी पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक सुपरवाइजर और चार मजदूर शामिल हैं। इन मजदूरों में तीन मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।
मध्य प्रदेश सरकार के ओएसडी महेशचंद्र चौधरी ने बताया कि हादसे में मरने वालों में भिंड के आलमपुर निवासी अमजद खान हैं। अमजद का छोटा भाई शरीफ खान भी गुजरात में नौकरी करता है। अमजद की शादी तीन साल पहले हुई थी। एक महीने पहले ही बेटी हुई है। वहीं, दूसरा मृतक दतिया जिले की भांडेर तहसील स्थित गांव मुरिया सलेतरा के सिद्धार्थ तिवारी फैक्ट्री में पांच साल से कार्यरत था। सिद्धार्थ तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा और अविवाहित था। तीसरे मृतक की पहचान शिवपुरी जिले के गांव गंगौरा निवासी अशीष गुप्ता के रूप में हुई है। आशीष कच्छ में सात साल से काम कर रहा था। तीनों मृतकों का पोस्टमार्टम गुजरात में हो गया है। पोस्टमार्टम के बाद तीनों के शव अपने गृह नगर भेज दिए गए हैं।