-जिला केंद्रों में एनडीआरएफ के दल तैनात, सभी विभाग अलर्ट : सीएस
अमरावती, 15 अक्टूबर (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह अगले दो दिनों में पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी तट की ओर बढ़ेगा। इसके परिणामस्वरूप आज रात और कल दक्षिण तट और रायलसीमा क्षेत्र में व्यापक बारिश होगी। मौसम विभाग ने इस आशय की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में अत्यधिक निम्न दबाव जारी है। विशाखापत्तनम के चक्रवात चेतावनी केंद्र ने कहा कि अगले 24 घंटों में इसके चक्रवात बनने की संभावना है। इसके चलते नेल्लोर, प्रकाशम, चित्तूर, अन्नामैया और वाईएसआर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अधिकारी श्रीनिवास ने कहा कि तट पर 35-45 किमी प्रति घंटा की तेज़ गति से हवा चलेगी। संभवतः अचानक आई बाढ़ से नेल्लोर, प्रकाशम, कडप्पा और चित्तूर जिले प्रभावित होंगे।
राज्य में आज पश्चिम गोदावरी, एलुरु, कृष्णा, एनटीआर जिले, गुंटूर, बापटला, पलनाडु, प्रकाशम, नेल्लोर, कुरनूल, नंदयाला, अन्नामैया, चित्तूर और तिरुपति जिलों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है। बाकी जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। मछुआरों के लिए चेतावनी जारी की गई है कि वे समुद्र और नदियों में मछलियां पकड़ने न जाएं, क्योंकि हवा तेज गति से चलेगी।
इस बीच महाराष्ट्र और तेलंगाना में बारिश के कारण कृष्णा नदी में फिर से बाढ़ आ रही है। विजयवाड़ा में सोमवार को प्रकाशम बैराज में 45 हजार क्यूसेक बाढ़ का पानी आया। हालांकि, बाढ़ का पानी समुद्र में छोड़ा जा रहा है।
कृष्णा जिला के सिंचाई अधिकारी ने एक बयान में कृष्णा नदी जलग्रहण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे नदी में मछली पकड़ने न जाएं।
आईएमडी जीएफएस (ग्लोबल फोरकास्ट सिस्टम) का अनुमान है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव की तीव्रता तेजी से बढ़ रही है। बुधवार तक इसके भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और चेन्नई के दक्षिण तट को पार करने की आशंका है। अनुमान है कि तट पार करने के बाद यह कमजोर हो जाएगा और अरब सागर की ओर बढ़ जाएगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि बुधवार तक इस पर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। उधर, अरब सागर में हवा का संचार जारी है। यह ओमान तट की ओर बढ़ रहा है।
नेल्लोर जिले में दूसरे दिन भी लगातार बारिश हो रही है। अधिकारियों ने 146 पुनर्वास केंद्र स्थापित किए हैं। वेंकटगिरी और नेल्लोर में एसडीआरएफ की टीमें तैयार की गई हैं। कवाली और कोडावलूर मंडल के निचले इलाकों के लोगों को पुनर्वास केंद्रों में ले जाया गया है। अगले दो दिनों तक भारी बारिश और तेज हवा चलने की संभावना के चलते जिलाधीश ने दूसरे दिन भी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है।
राज्य के गृह मंत्री वंगालापुडी अनिता ने कहा कि उन्होंने कम दबाव के मद्देनजर सभी जिलों के कलेक्टरों से बात की है और उन्होंने सुझाव दिया है कि जो अधिकारी छुट्टी पर हैं, उन्हें ड्यूटी पर लौट आना चाहिए। उन्होंने कहा, ”हम एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को बाढ़ संभावित क्षेत्रों में पहले ही भेज चुके हैं।
सरकार के मुख्य सचिव नीरभ कुमार प्रसाद और राजस्व विभाग के विशेष मुख्य सचिव आरपी सिसौदिया ने जिला कलेक्टरों को बारिश के मद्देनजर पुलिस, पंचायत राज, जल संसाधन और आरएंडबी विभाग के कर्मचारियों को सतर्क करने की सलाह दी। उन्होंने आपदा प्रबंधन कार्यालय के नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा भी की।