हम लोगों में समाज को कुछ देने की क्षमता, इसलिए ईश्वर ने हमें चुनाः न्यायमूर्ति माहेश्वरी

-आईएमए का दायित्व ग्रहण समारोह संपन्न

ग्वालियर, 13 अक्टूबर (हि.स.)। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी ने कहा कि हम लोगों में समाज को कुछ देने की क्षमता है, इसलिए ईश्वर ने हमें चुना है। इसलिए हमें अपने कर्तव्य का पालन पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करना चाहिए। जो अधिक सच बोलता है, उसका विरोध भी होता है। इसलिए किसी बात की चिंता किए बिना आप अपने दायित्व पर हमेशा चलते रहिए।

जस्टिस माहेश्वरी रविवार शाम को इंडियन मेडीकल एसेसिएशन (आईएमए) की ग्वालियर शाखा के दायित्व ग्रहण समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। समारोह भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। इसमें अतिथि के रूप में उच्च न्यायालय खंडपीठ ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति जस्टिस आनंद पाठक एवं विशेष अतिथि के रुप में कलेक्टर रुचिका चौहान व जीआर मेडिकल कॉलेज डीन डॉ.आरकेएस धाकड़ मंचासीन थे। साथ ही आईएमए के वर्तमान अध्यक्ष डॉ.बृजेश सिंघल, पूर्व अध्यक्ष डॉ.प्रशांत लहारिया, सचिव डॉ.स्नेहलता दुबे, डॉ.प्रीती गुप्ता, डॉ.सचिन जैन, डॉ.कुसुमलता सिंघल और डॉ सुनील अग्रवाल उपस्थित रहे।

वर्कशॉप कर लोगों को बताएँ कैसे अच्छा अटेंडर बनें: जस्टिस पाठक

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जस्टिस माहेश्वरी ने अपनी पुरानी यादों को ताजा किया और मेडल पहनाकर अध्यक्ष का दायित्व डॉ. सिंघल को सौंपा। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि जस्टिस आनन्द पाठक ने कहा कि डॉ.बृजेश सिंघल व उनकी टीम ने कार्यक्रम का नाम दायित्व ग्रहण समारोह रखा है, न कि पद ग्रहण कार्यक्रम। इसके लिए उनकी टीम बधाई की पात्र है। उन्होंने कहा कि आईएमए को विभिन्न विभागों में वर्कशॉप आयोजित कर बताना चाहिए कि कैसे अच्छा मरीज और अटेण्डर बना जाए। इसके अलावा मेंटल हेल्थ पर भी वर्कशॉप आयोजित होती रहना चाहिए।

डॉक्टर्स का प्रोफेशन चुनौतीपूर्ण पर सम्माननीयः कलेक्टर

कलेक्टर रुचिका चौहान ने कहा कि चिकित्सक का प्रोफेशन भी न्यायतंत्र व प्रशासनिक अधिकारियों की तरह चुनौतीपूर्ण होता है। चिकित्सक समाज मे विशेष सम्माननीय होते हैं और लोगों की उनसे उम्मीदें भी ज्यादा होती हैं, लेकिन डॉक्टर्स को कितनी भी मेहनत करनी पड़े वह आखिरी मरीज को देखने के बाद ही अपने घर जाता है। उन्होंने कहा कि मरीज या अटेण्डर चिकित्सक के साथ खराब व्यवहार कर सकता है, क्योंकि वह हर तरीके से हैरान-परेशान होकर डॉक्टर के पास पहुंचता है। इसलिए चिकित्सक का कर्तव्य बनता है कि वह धैर्य बनाए रखे और मरीज के साथ अच्छा व्यवहार करें।

उन्होंने कहा कि दिसम्बर में एम्स के सहयोग से ग्वालियर में एक तीन दिवसीय कैम्प आयोजित होने जा रहा है। इसकी सफलता और मरीजों के लिए अधिक लाभकारी बनाने में आईएमए का सहयोग भी जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जिले के जन जाति बहुल क्षेत्रों में कैंसर की स्क्रीनिंग में भी आईएमए सहयोग करेगा। उन्होंने एक लाख पौधे रोपने का संकल्प लेने के लिए आईएमए की सराहना की।

जीआर मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ.धाकड़ ने कहा कि डॉक्टर्स को धरती का भगवान कहा जाता है, लेकिन हमें विधाता नहीं मनुष्य समझें। आईएमए के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ.बृजेश सिंघल ने अपनी आगे की कार्य योजना बताई। आईएमए की नवनियुक्त टीम ने दायित्व ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.रोजा ओल्याआई और डॉ.प्रतिभा गर्ग ने किया।

नाटक के माध्यम से दिया बेटी बचाओ का संदेश

राजामान सिंह संगीत एवं कला विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने कार्यक्रम में नाटक का मंचन किया। इसके माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *