- असमिया को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है : मुख्यमंत्री
गुवाहाटी, 13 अक्टूबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि असमिया भाषा को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा दिए जाने के उपलक्ष्य में, असम 3 से 9 नवंबर तक ‘भाषा गौरव सप्ताह’ मनाकर इस उपलब्धि का जश्न मनाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने आज यहां अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से यह जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आधिकारिक तौर पर असमिया को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए, असम 3 से 9 नवंबर तक ‘भाषा गौरव सप्ताह’ मनाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा, “भाषा गौरव सप्ताह के एक हिस्से के रूप में, विश्वविद्यालय, स्कूल और नागरिक समाज संगठन असमिया लेखकों और विद्वानों के योगदान का सम्मान करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित करेंगे, जिनके काम ने चौथी शताब्दी से भाषा को आकार दिया है।”
सप्ताह भर चलने वाला उत्सव असम के लोगों को असम की सांस्कृतिक और भाषाई विरासत के प्रति इस महत्वपूर्ण कदम के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करने का अवसर भी देगा। मुख्यमंत्री डॉ. सरमा ने ‘भाषा गौरव सप्ताह’ के उत्सव को सफल बनाने के लिए राज्य के सभी वर्गों के लोगों से सहयोग मांगा।