-चालू वित्त वर्ष में अबतक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 11.25 लाख करोड़ रुपये पर
-सकल पर प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.30 फीसदी बढ़कर 13.57 लाख करोड़ रुपये
नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 10 अक्टूबर तक 18.35 फीसदी बढ़कर 11.25 लाख करोड़ रुपये रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान का प्रत्यक्ष कर संग्रह 9.51 लाख करोड़ रुपये रहा था।
आयकर विभाग ने शुक्रवार को ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी बयान में बताया कि 10 अक्टूबर तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 18.35 फीसदी बढ़कर 11,25,961 करोड़ रुपये रहा है। आंकड़ों के अनुसार इसमें 5.98 लाख करोड़ रुपये का व्यक्तिगत आयकर संग्रह और 4.94 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर संग्रह शामिल है। इस दौरान प्रतिभूति लेन-देन कर (एसटीटी) 30,630 करोड़ रुपये रहा, जबकि अन्य करों (समानीकरण शुल्क और उपहार कर सहित) से 2,150 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
विभाग के मुताबिक सकल आधार पर प्रत्यक्ष कर संग्रह 22.30 फीसदी बढ़कर 13.57 लाख करोड़ रुपये हो गया। आंकड़ों के मुताबिक एक अप्रैल से 10 अक्टूबर के बीच 2.31 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया, जो 46 फीसदी की वृद्धि है। संग्रह में 7.13 लाख करोड़ रुपये का पीआईटी (व्यक्तिगत आयकर) और 6.11 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर शामिल है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 में प्रत्यक्ष करों से 22.07 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।