समर्थ युवा ही सशक्त भारत का कर सकते हैं निर्माण : अर्जुन राम मेघवाल

रांची, 8 अक्टूबर (हि.स.)। केन्द्रीय कानून एवं न्याय मन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को कहा कि समर्थ युवा ही सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं। युवाओं की ऊर्जा, सृजनशीलता और नवाचार की क्षमता ही भारत को एक विकसित राष्ट्र बना सकती है।

मेघवाल डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची में आयोजित कार्यक्रम ‘विकसित भारत एम्बेसडर-युवा कनेक्ट’ कार्यक्रम के अवसर पर विद्यार्थियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि युवा हमारे देश का भविष्य हैं और उन्हीं की शक्ति और संकल्प से भारत 21वीं सदी में वैश्विक मंच पर एक महाशक्ति के रूप में उभरेगा।

मेघवाल ने इस अवसर पर देश को 21वीं सदी में विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज भारत शिक्षा, स्वास्थ्य, प्रौद्योगिकी और युवा शक्ति के बल पर विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का सपना अब मात्र एक विचार नहीं रह गया है, बल्कि यह अब एक ठोस रूप ले रहा है। सरकार की नीतियों, योजनाओं और युवा शक्ति के सामूहिक प्रयासों के कारण भारत तेजी से विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हम एक ऐसे भारत का निर्माण करने के लिए प्रयासरत हैं, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर मिलें और विकास की धारा समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहुंचे।

अपने संबोधन में मेघवाल ने स्वामी विवेकानंद और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदानों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत को एक वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान किया और युवाओं को उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने का संदेश दिया। उनका जीवन आज भी देश के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का उल्लेख करते हुए मेघवाल ने कहा कि उन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उनके विचार और उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी हमें देश की एकता, सामाजिक समानता और आर्थिक विकास की दिशा में प्रेरित करते हैं। केन्द्रीय मन्त्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ कार्यक्रम के अन्तर्गत पौधरोपण भी किया।

युवा एवं खेल मन्त्रालय के निदेशक (कार्यक्रम) रुचित्र नारायण त्यागी ने “माई भारत” पहल पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को देश की विकास यात्रा में भागीदारी का सुअवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि “माई भारत” के अंतर्गत कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनसे युवा न केवल अपने कौशल का विकास कर रहे हैं, बल्कि समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। त्यागी ने युवाओं को देश के विकास में अपना योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा, आपके पास देश को आगे ले जाने का अद्वितीय अवसर है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत अगले कुछ दशकों में एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में उभरे।

स्वागत भाषण डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची की कुलसचिव डॉ. नमिता सिंह ने दिया। उन्होंने कार्यक्रम की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। मंच संचालन डॉ. धनंजय वासुदेव द्विवेदी और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जगदम्बा प्रसाद ने किया।

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