गुवाहाटी, 08 अक्टूबर (हि.स.)। आगामी त्याेहारी सीजन के दौरान यात्री यातायात में वृद्धि को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) 13 जोड़ी यानी 26 विशेष ट्रेनों के परिचालन की पूरी तैयारी में है। ये ट्रेनें 01 अक्टूबर से 30 नवंबर तक आगामी दुर्गापूजा, दिवाली एवं छठ पूजा त्याेहार के दौरान यात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी और अतिरिक्त भीड़ को भी कम करेंगी।
ये विशेष ट्रेनें अमृतसर, बेंगलुरु, गोरखपुर, प्रयागराज, कोलकाता, आनंद विहार, श्री गंगानगर आदि जैसे महत्वपूर्ण गंतव्यों को कवर करेंगी, जिसमें यात्रा मार्ग में पड़ने वाले अन्य महत्वपूर्ण स्टेशन भी शामिल हैं। ये त्यौहारी ट्रेनें उक्त अवधि के दौरान इस जोन के अधीन अगरतला, नाहरलगुन, सिलचर, न्यू तिनसुकिया, डिब्रूगढ़, कटिहार आदि क्षेत्र और अन्य निकटवर्ती क्षेत्रों में अंतर-संपर्क को भी बढ़ावा देंगी। पूसीरे इस साल त्याेहार के लिए 238 फेरों के लिए इन स्पेशल ट्रेनों का परिचालन करेगी। इस प्रकार, चालू वर्ष के दौरान, रेलवे को त्यौहारी सीजन की इसी अवधि के दौरान रेलवे को अधिसूचित और संचालित ट्रेनों एवं फेरों की संख्या लगभग दोगुना करने में कामयाबी मिली है।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि 6 अक्टूबर तक भारतीय रेल ने चालू वर्ष के आगामी त्याेहारी सीजन 01 अक्टूबर से 30 नवंबर के लिए लगभग 6556 स्पेशल ट्रेनों के परिचालन का निर्णय लिया था। उल्लेखनीय है कि दुर्गापूजा, दिवाली और छठ पर्वों के दौरान देश भर में लाखों यात्री सफर करते हैं। इस प्रकार, यात्रियों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए तथा प्रतीक्षा सूची वाले यात्रियों की संख्या को कम करने के लिए इस अवधि के दौरान स्पेशल ट्रेनों के परिचालन में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है। अगले दो महीनों में, ये विशेष ट्रेनें सुनिश्चित करेंगी कि अपनों के साथ त्याेहार मनाने के लिए ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्री सुरक्षित और आराम से अपने गंतव्य तक पहुँचें। पिछले साल 2023 में, भारतीय रेल ने लाखों यात्रियों के लिए आरामदायक यात्रा अनुभव सुनिश्चित करते हुए त्यौहारी स्पेशल ट्रेनों के कुल 4429 फेरें लगाए थे।
हर साल देश भर से बड़ी संख्या में लोग दुर्गापूजा, दिवाली और छठ पूजा के लिए देश के पूर्वी और उत्तरी हिस्से के राज्यों जैसे पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार की यात्रा करते हैं। ये त्यौहार लोगों के लिए न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि अपने परिवारों से मिलने का भी एक अहम अवसर होते हैं। त्याेहारी सीजन में यात्रियों की भारी भीड़ के कारण अधिकतर ट्रेनों में टिकट दो से तीन महीने पहले ही वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं। इस समस्या से निपटने के लिए भारतीय रेल इस साल एक बार फिर त्याेहारी सीजन के दौरान स्पेशल ट्रेनें चला रही है।