गुवाहाटी, 05 अक्टूबर (हि.स.)। गुवाहाटी में क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (होम्योपैथी) ने सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार के वादे के साथ कई नैदानिक परियोजनाएं शुरू की हैं। इनमें एलर्जिक राइनाइटिस, क्रोनिक पित्ती, हाइपोथायरायडिज्म, बवासीर पर अध्ययन और अमसोंग क्षेत्र में चाय बागान श्रमिकों के स्वास्थ्य में सुधार पर केंद्रित परियोजनाएं शामिल हैं। समानांतर में, संस्थान केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद के प्रमुख कार्यक्रम जैसे ड्रग प्रोविंग प्रोग्राम और क्लिनिकल वेरिफिकेशन प्रोग्राम भी संचालित करता है।
उपरोक्त बातें आज भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत गुवाहाटी के क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (होम्योपैथी) के द्वारा दिसपुर प्रेस क्लब में ‘स्वास्थ्य मंत्रालय की 100 दिनों की उपलब्धियां’ शीर्षक पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही गयी।
संस्थान ने एक तपेदिक जांच और उपचार केंद्र भी स्थापित किया है। इसके अलावा, संस्थान सभी कार्य दिवसों पर मातृ एवं शिशु बाह्य रोगी और सामान्य बाह्य रोगी सुविधाएं प्रदान करता है। वे सस्ती सरकारी दरों पर दवाएं और प्रयोगशाला परीक्षण के साथ-साथ मुफ्त परामर्श भी प्रदान करते हैं। यह गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) रोगियों को मुफ्त सेवाएं प्रदान करता है और वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंजीकरण पर 50 प्रतिशत की छूट प्रदान करता है।
गुवाहाटी में क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (होम्योपैथी) ने असम के विभिन्न जातीय समूहों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। एससीएसपी कार्यक्रम के तहत, संस्थान ने स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम, स्वस्थ बच्चों के लिए होम्योपैथी कार्यक्रम और स्वास्थ्य शिविरों में बड़ी सफलताएं हासिल की हैं। डिब्रूगढ़ में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा उद्घाटन किए गए सफाई मित्र स्वास्थ्य शिविर और पोषण माह कार्यक्रम ने इसे प्रेरित किया है। इन पहलों के तहत स्तनपान और शिशु पोषण जैसे विषयों पर विभिन्न स्वास्थ्य जागरूकता वार्ता आयोजित की गईं।
पिछले 100 दिनों में, गुवाहाटी क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (होम्योपैथी) ने नैदानिक, बुनियादी और दवा मानकीकरण के क्षेत्र में 45 नए शोध अध्ययन शुरू किए हैं। यूके में रॉयल लंदन हॉस्पिटल ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिसिन जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ सहयोग एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद ने 20 स्वास्थ्य संस्थानों में आयुष अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (ए-एचएमआईएस) लागू की है। पिछले 100 दिनों में 1 लाख 50 हजार से अधिक मरीज़ पंजीकृत किए गए हैं। केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद ने दुनिया भर में 16 हजार से अधिक प्रतिभागियों तक पहुंचने के लिए 49 वेबिनार आयोजित किए हैं। परिणामस्वरूप, होम्योपैथिक चिकित्सा ने आज वैश्विक लोकप्रियता हासिल कर ली है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान (होम्योपैथी), गुवाहाटी के प्रभारी अधिकारी डॉ. अमूल्य रत्न साहू ने की। उनके साथ शोधकर्ता डॉ. ली कार्सो और डॉ. मैनिट और संस्थान के अन्य अधिकारी भी थे।