अमरावती, 4 अक्टूबर (हि.स.)। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा है कि अदालत के आदेश के बाद भी मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू मामले तिरुपति प्रसादम के मामले में झूठ फैला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चंद्रबाबू नायडू की झूठी टिप्पणियों से टीटीडी और प्रसादम की पवित्रता को नुकसान पहुंचा है । यहां तक कि अदालतों ने भी टीटीडी पर आरोप लगाने के लिए मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से सवाल पूछे हैं ।
पत्रकारों से बातचीत में जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा की वह पोस्ट क्यों कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के समक्ष आया कि उनके शासनकाल के दौरान 14 बार टैंकरों को वापस भेजा गया। प्रसादम के निर्माण के लिए टैंकरों को बिना पास के प्रवेश की अनुमति नहीं है गुणवत्ता की जांच की जाती है । उत्पाद का उपयोग करने से पहले तीन बार जांच की जाती है। यदि कोई टैंकर एक भी जांच में उत्तीर्ण नहीं होता है, तो उसे उपयोग किए बिना वापस भेज दिया जाता है ।
जगन मोहन रेड्डी ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बयान पर कहा है कि इसे हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं और धार्मिक मामलों पर राजनीतिक नहीं करनी चाहिए। एसआईटी को भी रोक दिया गया जिसका गठन मुख्यमंत्री ने किया था ।
उल्लेखनीय है कि विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में उपयोग किए गए घी में जानवरों की चर्बी मिलने के मुख्यमंत्री चंद्राबाबू नायडु के बयान पर विवाद चल रहा है ।