– कांग्रेस गाय के जन्म से पहले दही बांटने का तरीका खोज रही है: भबेश कलिता
गुवाहाटी,0 4 अक्टूबर (हि.स.)। भाजपा असम प्रदेश अध्यक्ष भबेश कलिता ने आज पार्टी मुख्यालय अटल बिहारी वाजपेयी भवन में आयोजित एक समारोह में “असमिया बीजेपी वार्ता” के अक्टूबर अंक का विमोचन किया। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा प्रेस विभाग के संयोजक देवान ध्रुवज्योति मोरल भी शामिल हुए।
अपने संबोधन में कलिता ने कहा कि पार्टी के मुखपत्र ने लगातार भारतीय जनता पार्टी की नीतियों और आदर्शों तथा सरकार के कार्यों को बढ़ावा दिया है। अखबार हर पार्टी कार्यकर्ता के साथ-साथ पाठकों के लिए सूचना का स्रोत है। उन्होंने असमिया भाषा को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा को भी धन्यवाद् दिया।
उन्होंने कहा “राज्य सरकार के इस लंबे समय से चल रहे प्रयास में केंद्र सरकार द्वारा असम सरकार को दिए गए समर्थन के लिए हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सदा आभारी हैं। भाजपा सरकार असमिया कला और संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के साथ-साथ राज्य के आर्थिक, प्रशासनिक, बुनियादी ढांचे और अन्य पहलुओं में एक मजबूत भूमिका निभा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की असम और पूर्वोत्तर के प्रति सद्भावना और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा की अपार दक्षता आने वाले दिनों में असम और असमिया को सफलता के एक और शिखर पर ले जाएगी।
उन्होंने कहा कि असमिया भाषा को दिया गया यह ऐतिहासिक दर्जा असम की सभ्यता और संस्कृति की आधारशिला को और मजबूत करेगा। इस पावन अवसर पर, मैं उन प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सैकड़ों-हजारों श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूं, जिन्होंने पीढ़ी दर पीढ़ी असमिया भाषा और संस्कृति के संरक्षण के लिए बलिदान दिया है। पूरी प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों को धन्यवाद् देता हूं।
प्रदेश अध्यक्ष ने असम सरकार द्वारा 39 सम जिलों की घोषणा करने की प्रक्रिया का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से प्रशासन प्रणाली सरल होगी, जिला स्तर पर प्रशासनिक काम में तेजी आएगी और आम जनता को लाभ होगा।
कलिता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी असम और असमिया के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “जब भाजपा सरकार ने हमारे राष्ट्रीय जीवन की अद्वितीय संपत्ति डॉ. भूपेन हजारिका को भारत रत्न से सम्मानित किया, तो कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसका विरोध किया और अब उनके बेटे असम में निवेश की आलोचना कर रहे हैं।
इस सवाल का जवाब देते हुए कि क्या गौरव गोगोई 2026 में असम के मुख्यमंत्री बनेंगे, भबेश कलिता ने व्यंग्य किया कि कांग्रेस यह हिसाब लगा रही है कि बछड़े के जन्म से पहले दही कैसे बांटी जाए।