रांची, 26 सितंबर (हि.स.)। दुर्गा पूजा को लेकर रांची में एक से बढ़कर एक पंडाल का निर्माण किया जा रहा है। इसी क्रम में बंगला स्कूल ओल्ड कमिशनर कम्पाउंड स्थित ओसीसी क्लब दुर्गा पूजा समिति इस वर्ष इको फ्रेंडली पंडाल का निर्माण कर रही है। काल्पनिक थीम पर आधारित पंडाल में एक टुकड़ा राजस्थान को दर्शाया जाएगा। राजस्थानी शैली के इंटीरियर डिजाइन और सजावट और लकड़ी, लोहा, धागा, कपड़ा और रबर से बनी कलाकृतियां देखने को मिलेंगी।
इसमें 9 टन लोहे का उपयोग किया गया है। क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने गुरुवार को बताया कि दर्शनार्थियों को पंडाल के अंदर की सजावट , कलाकृति और वृहद प्रकाश व्यवस्था’ अद्भुत एवं मनमोहक होगी।
पंडाल को बंगाल के कारीगर सुमन सिल और उनके 25-30 कारीगरों के
साथ पिछले 7 महीने से लगातार दिन-रात अंतिम रूप देने में लगे है। पंडाल की ऊंचाई 55 फीट, लंबाई 125 फीट और चौड़ाई 90 फीट है। पंडाल का कुल लागत 28 लाख का है। इस वर्ष की प्रतिमा पूरी तरह मिट्टी से बनी मूल बनारसी साड़ी की पोषाक में होगी। झारखंड में पहली बार मां दुर्गा की ज्वेलरी मन मोहने वाली होगी। मां दुर्गा की प्रतिमा की ऊंचाई 14 फीट होगी। इसका निर्माण स्थानीय मूर्तिकार अजय पाल कर रहे हैं। इसकी लागत दो लाख रुपए है। महासप्तमी के शाम में 56 प्रकार का भोग और महानवमी पर मां को दिन में खिचड़ी का भोग लगाया जाएगा।