कोकराझार (असम), 26 सितंबर (हि.स.)। कोकराझार जिला आयुक्त मसंदा पार्टिन की अध्यक्षता में आज एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। जिसमें जिले में आगामी दुर्गा पूजा समारोहों की तैयारी की समीक्षा और आकलन किया गया। इस बैठक में प्रशासन के प्रमुख अधिकारियों एडीसी वदियुल इस्लाम, कविता रानी डेका, जीतुराज गोगोई, अतिरिक्त एसपी नबनीता शर्मा और अग्निशमन सेवा, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग जैसे विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया। विभिन्न दुर्गा पूजा समितियों के सदस्य भी इस बैठक में उपस्थित थे।
जिला आयुक्त ने सार्वजनिक सुरक्षा और धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, सुगम, सुरक्षित और उत्सवपूर्ण आयोजन सुनिश्चित करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भीड़ प्रबंधन, यातायात नियमों, सार्वजनिक सुरक्षा उपायों और अग्नि सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को उजागर किया। साथ ही पूरे समारोह के दौरान शांतिपूर्ण वातावरण बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने प्लास्टिक की बोतलों और कपों के बजाय बायोडिग्रेडेबल पदार्थों का उपयोग करने पर बल दिया और प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी करने का आग्रह किया।
स्वास्थ्य विभाग से आग्रह किया गया कि वह प्रमुख पूजा स्थलों पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधाओं की व्यवस्था करे और किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहे। अग्निशमन सेवाओं ने प्रमुख उत्सव स्थलों के पास अग्निशमन दल की तैनाती और पंडालों की अग्नि सुरक्षा जांच करने की प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा, बैठक में सफाई बनाए रखने और स्वच्छता उपायों पर जोर दिया गया, जिसमें कोकराझार नगर पालिका बोर्ड को पूरे त्योहार के दौरान कचरा प्रबंधन के प्रयासों को तेज करने का निर्देश दिया गया। जिला परिवहन अधिकारी को यातायात मार्गों में बदलाव, पार्किंग ज़ोन और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी करने के लिए निर्देशित किया गया, जिससे जिले में वाहनों की सुचारू आवाजाही सुनिश्चित हो सके।
दुर्गा पूजा समितियों के प्रतिनिधियों ने दिशानिर्देशों का पालन करने और सभी के लिए शांतिपूर्ण और आनंदमय समारोह सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
कोकराझार जिला प्रशासन ने इस वर्ष एक जीवंत और सुरक्षित दुर्गा पूजा समारोह सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण समर्थन की गारंटी दी और क्षेत्र में एकता और उत्सव की भावना को बनाए रखने के लिए सभी संबंधित पक्षों की सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।