गुवाहाटी, 24 सितंबर (हि.स.)। डॉ. बी बरूवा कैंसर संस्थान द्वारा ‘गोल्ड सितंबर’ के तहत आज बाल कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन की शुरुआत डॉ. मुनलीमा हजारिका (प्रोफेसर एवं प्रमुख, मेडिकल और बाल चिकित्सा ऑन्कोलॉजी विभाग) के स्वागत भाषण से हुआ। संस्थान के निदेशक डॉ. बीबी बोरठाकुर ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि ‘गोल्ड सितंबर’ बच्चों में कैंसर जागरूकता और पोषण का महीना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी बच्चे स्वस्थ रहें और उनकी जिंदगी हमेशा सोने की तरह उज्जवल बनी रहे। गोल्डन रंग का महत्व बच्चों के साहस और उनकी लड़ाई को सम्मानित करने के लिए है, ताकि वे स्वस्थ रह सकें और अपने इलाज को जारी रख सकें।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि असम राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य रिलांजना तलुकदार थीं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं और उनके कल्याण और विकास के लिए हम सभी को सोचना चाहिए। उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 का उल्लेख करते हुए बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता, शिक्षा, और स्वच्छ जल के अधिकारों पर जोर दिया। साथ ही उन्होंने ‘पोशन अभियान’ की भी चर्चा की, जो 8 मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था। यह योजना बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण स्तर को सुधारने के लिए सरकार की प्रमुख योजना है। उन्होंने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में राज्य की शिशु मृत्यु दर में 35वें से 25वें स्थान पर आने की उपलब्धि का भी उल्लेख किया।
इस कार्यक्रम में डॉ. मौचुमी भट्टाचार्य, (उप निदेशक, अनुसंधान), डॉ. मृण्मयी बरुवा, सचिव, दीपशिखा कैंसर केयर फाउंडेशन, विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि, स्कूलों और सिविल सोसाइटी संगठनों के सदस्य उपस्थित थे। कैंसर से बचने वाले बच्चों ने गीत, नृत्य और संगीत के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में बच्चों, उनके माता-पिता और चिकित्सा कर्मचारियों की भागीदारी ने इसे खास बना दिया।