शिमला, 22 सितंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला व अन्य शहरों में रविवार को मौसम साफ बना हुआ है। मैदानी भागों में पिछले तीन दिनों से बादलों के न बरसने से तपिश बढ़ गई है और अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले दो दिन भी मौसम के मिजाज में खास बदलाव नहीं आएगा। 24 सितंबर की रात से मानसून के सक्रिय होने से बारिश होने का अनुमान है। राज्य में भूस्खलन से 29 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 25 व 26 सितंबर को बारिश की आशंका जताई है। इसे लेकर मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में आसमानी बिजली गिरने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 जिलों में गरज के साथ वर्षा होने के आसार हैं। 27 व 28 सितंबर को भी मौसम खराब बना रहेगा। बीते 24 घण्टों के दौरान राज्य में कहीं भी बारिश नहीं हुई।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून अब अपने आखिरी चरण में है और 25 व 26 सितंबर को कुछ स्थानों पर मानसून की वर्षा होने की सम्भावना है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कहीं-कहीं बादलों के गरजने और आसमानी बिजली गिरने का भी अंदेशा बना हुआ है। ऐसे में घरों से बाहर निकलने पर लोग सावधानी बरतें। खराब मौसम में अनावश्यक यात्रा करने से बचें और साथ ही भूस्खलन सम्भावित इलाकों और नदी-नालों की तरफ रुख न करें।
इस बीच राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक राज्य में भूस्खलन से अभी भी 29 सड़कें बंद हैं। कांगड़ा में 10, मंडी में नौ और शिमला में पांच सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा कुल्लू में चार और सिरमौर में एक सड़क पर आवागमन ठप है। ये वो सड़कें हैं जो पिछले दिनों हुए भारी भूस्खलन से बंद हुईं थीं। लोकनिर्माण विभाग इन्हें बहाल करने में जुटा है। उधर राज्य के सभी राष्ट्रीय उच्च मार्गों पर वाहनों की आवाजाही सुचारू रूप से चल रही है।