अगले सप्ताह कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल, वैश्विक और घरेलू फैक्टर तय करेंगे मार्केट का मूड

नई दिल्ली, 22 सितंबर (हि.स.)। घरेलू शेयर बाजार में पिछले सप्ताह के उत्साहजनक प्रदर्शन के बाद अब सबकी निगाहें सोमवार से शुरू होने वाले नए कारोबारी सप्ताह पर टिक गई हैं। इस सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की चाल पर एक बार फिर अमेरिकी अर्थव्यवस्था के संकेतकों का असर तो पड़ेगा ही, ग्लोबल और डोमेस्टिक लेवल पर आने वाले परचेजिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स (पीएमआई) के आंकड़े भी असर डालेंगे। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की घरेलू बाजार में सक्रियता से भी अगले सप्ताह के कारोबार की चाल पर असर पड़ेगा।

पिछले कारोबारी सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी सिर्फ एक दिन लाल निशान में बंद हुए, जबकि चार दिन दोनों सूचकांक बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला करने के बाद शुक्रवार के कारोबार में जोरदार तेजी दर्ज की गई। शेयर बाजार फिलहाल अभी तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा हुआ है। ऐसी स्थिति में अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल कैसी रहेगी, इसको लेकर अब कयास लगाया जा रहा है।

मार्केट एक्सपर्ट विपिन रस्तोगी के मुताबिक वैश्विक स्तर पर निवेशकों की नजर अमेरिका के जीडीपी के आंकड़ों पर टिकी रहेंगी। जून में खत्म हुई तिमाही के लिए जीडीपी में 3 प्रतिशत की ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है। ये अनुमान इस तिमाही के लिए शुरुआत में लगाए गए 1.4 प्रतिशत के अनुमान से तो बेहतर है ही, मार्च तिमाही की 2.8 प्रतिशत की विकास दर से भी बेहतर है। ऐसे में अगर इस सप्ताह जून तिमाही के जीडीपी के आंकड़े नए अनुमानों के मुताबिक आते हैं, तो इससे भी निवेशकों को काफी उत्साह मिलेगा, जिसका असर वैश्विक स्तर पर ज्यादातर स्टॉक मार्केट में नजर आएगा।

इसी सप्ताह अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल का संबोधन भी होने वाला है। इस संबोधन में पॉवेल ब्याज दरों में आने वाले दिनों में होने वाली संभावित कटौती और रोजगार के आंकड़ों को लेकर अमेरिकी अर्थव्यवस्था की स्थिति पर टिप्पणी करेंगे। पॉवेल की टिप्पणी भी अमेरिकी बाजार के साथ ही दुनिया भर के स्टॉक मार्केट को प्रभावित करेगी।

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल लेवल के साथ ही डोमेस्टिक लेवल पर भी इस सप्ताह सबकी नज़रें परचेजिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग इंडेक्स (पीएमआई) डेटा पर भी टिकी रहने वाली है। इस सप्ताह अमेरिका में सोमवार से लेकर शुक्रवार तक हर दिन अर्थव्यवस्था से जुड़ा कोई ना कोई आंकड़ा आने वाला है, जो अमेरिकी बाजार पर अपना असर डालेगा। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने के कारण अमेरिका में होने वाला कोई भी उतार-चढ़ाव भारत समेत दुनिया भर के बाजारों को प्रभावित करेगा। अमेरिका के पीएमआई डेटा के अलावा भारत में भी कल एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग एंड सर्विस पीएमआई फ्लैश डेटा जारी किए जाएंगे, जिसका प्रत्यक्ष असर घरेलू बाजार पर पड़ेगा।

धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी का कहना है कि घरेलू बाजार की चाल पर इस सप्ताह विदेशी निवेशकों की सक्रियता से भी काफी असर पड़ने वाला है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट्स की कटौती करने के बाद विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार में जोरदार वापसी की है। सिर्फ शुक्रवार को ही विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में 14,064 करोड़ रुपये की खरीदारी की। कई महीने बाद विदेशी निवेशकों ने एक दिन में भारतीय शेयर बाजार में इतनी बड़ी खरीदारी की। शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी में आए जोरदार उछाल के पीछे विदेशी निवेशकों द्वारा की गई आक्रामक खरीदारी भी एक बड़ी वजह थी। ऐसे में इस सप्ताह भी घरेलू शेयर बाजार में विदेशी निवेशकों की गतिविधि से बाजार की चाल पर काफी असर पड़ने की उम्मीद की जा रही है।

घरेलू बाजार की चाल पर प्राइमरी मार्केट की हलचल का भी काफी असर पड़ने वाला है। सोमवार से शुक्रवार के बीच 11 कंपनियों के आईपीओ खुलने वाले हैं, इसके अलावा पिछले सप्ताह खुले आईपीओ में भी इस सप्ताह पैसा लगाने का मौका बना रहने वाला है। आईपीओ लॉन्चिंग के साथ ही सोमवार से शुक्रवार के बीच 14 कंपनियां के शेयरों की लिस्टिंग होने वाली है। प्राइमरी मार्केट कि इस हलचल से भी अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल पर असर पड़ने की पूरी संभावना बनी हुई है।

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