बेरूत, 20 सितंबर (हि.स.)। बंधकों के साथ बर्बरता की सीमा लांघने वाले आतंकी संगठन हमास का समर्थक सबसे खतरनाक आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह इजराइल की लेबनान के खिलाफ अपनाई गई ताजा रणनीति से बौखला गया है। इसी का नतीजा है कि साल 2006 से बंकरों में छिपा 64 वर्षीय हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह गुरुवार को अप्रत्यक्षतौर पर सामने आने को मजबूर हो गया। उसने टेलीविजन पर अपने गुर्गों और समर्थकों को संबोधित कर इजराइल को बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी। तभी इजराइल के लड़ाकू विमानों ने लेबनान में बम बरसाकर उसे मुंहतोड़ जवाब दिया।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार, हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह के बदला लेने की कसम खाने के बाद इजरायल ने लेबनान पर जोरदार बमबारी की। इजराइल के हमलों से दक्षिणी लेबनान हिल गया। नसरल्लाह ने टीवी संबोधन में कहा था कि पेजर और वॉकी-टॉकी विस्फोटों के लिए इजरायल से बदला लिया जाएगा। मंगलवार और बुधवार को हुए विस्फोटों में कम से कम 37 लोग मारे गए और 2,900 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
अपने टेलीविजन भाषण में नसरल्लाह ने कहा, “वास्तव में, हमने एक गंभीर और क्रूर झटका सहा है।” नसरल्लाह ने यह भी चेतावनी दी कि इजराइल को कठोर जवाब दिया जाएगा। लेबनान के तीन वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, इसके कुछ समय बाद इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में 70 से अधिक हवाई हमले किए।ताबड़तोड़ बम बरसाए। उल्लेखनीय है कि इजराइल ने न तो विस्फोटों में किसी भूमिका की पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है।
उल्लेखनीय है कि हिजबुल्लाह को ईरान का भी समर्थन प्राप्त है। नसरल्लाह के शिया आंदोलन ने 2006 में इजराइली सैनिकों के खिलाफ विनाशकारी युद्ध लड़ा है। उसके बाद से नसरल्लाह को सार्वजनिक रूप से शायद ही कभी देखा गया हो। नसरल्लाह ने कल के टीवी भाषण में लेबनान में हमलों के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है।