कोकराझार (असम), 20 सितंबर (हि.स.)। बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी पार्षद प्रमोद बोडो ने आज कोकराझार स्थित बोडोफा सांस्कृतिक परिसर में वाइब्रेंट बोडोलैंड टेरिटोरियल रिजन (बीटीआर) मिशन का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मिशन के तहत आयोजित बीटीआर अधिकारियों के सम्मेलन को भी संबोधित किया।
आज के दिन को ऐतिहासिक बताते हुएप्रमोद बोडो ने कहा कि वाइब्रेंट बीटीआर मिशन परिषद सरकार की एक पहल है, जिसका उद्देश्य लोगों का समग्र सशक्तिकरण करना है। उन्होंने सभी प्रशासकों और अधिकारियों से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर शांति, स्मार्ट और हरित बीटीआर के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए अपने प्रयासों को समर्पित करें, जो इस क्षेत्र के विकास के एजेंडे का केंद्रीय हिस्सा है। बोडो ने विभिन्न विभागों के बीच समन्वय बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के विज़न को साकार किया जा सके।
उन्होंने कहा, “वाइब्रेंट बीटीआर बजट 2024-25 को रणनीतिक रूप से इस प्रकार डिजाइन किया गया है कि बीटीसी के प्रत्येक विभाग को पर्याप्त संसाधन मिले, जिससे विकसित और प्रगतिशील बीटीआर का सपना साकार हो सके।”
सम्मेलन के दौरान वाइब्रेंट बीटीआर मिशन की रूपरेखा पेश की गई और विस्तार से समझाई गई। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और महिला एवं बाल विकास जैसे विभागों ने अपने विभागीय योजनाओं की प्रगति को प्रदर्शित किया, जिसमें केंद्रीय, राज्य और बीटीसी-विशिष्ट पहलों के साथ-साथ 100-दिवसीय लक्ष्यों की प्रगति भी शामिल थी। सम्मेलन में जिला स्तरीय समीक्षा बैठकों के आयोजन के लिए एक कैलेंडर भी प्रस्तुत किया गया।
इससे पहले, बीटीसी के प्रधान सचिव आकाश दीप ने अपने परिचयात्मक संबोधन में सभी विभागों के अधिकारियों के सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया, ताकि बीटीआर को एक प्रगतिशील क्षेत्र बनाया जा सके। उन्होंने कहा, “वाइब्रेंट बीटीआर मिशन का उद्देश्य बोडोलैंड क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन और विकास की दिशा में एक सुदृढ़ ढांचा तैयार करना और जमीनी स्तर पर शासन को सशक्त बनाना है।”
कार्यक्रम में बीटीसी एमसीएलए और सीईएम के राजनीतिक सचिव माधव चंद्र छेत्री, पूर्व विधायक चंदी बसुमतारी, कोकराझार के उपायुक्त मसांदा पर्टिन, बीटीसी के सचिव, सीएचडी और सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी समेत कई प्रमुख गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।