नई दिल्ली, 17 सितंबर (हि.स.)। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने मंगलवार को चीन को हराकर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब बरकरार रखा है। जुगराज सिंह ने चौथे क्वार्टर में मैच का एकमात्र गोल किया। मैच के 51वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह से मिले शानदार पास के बाद जुगराज ने एक बेहतरीन मूव बनाया और भारत को 1-0 से आगे कर दिया और अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ। यह खिताब भारत द्वारा पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद आया है।
भारत और चीन ने टूर्नामेंट के पहले मैच में एक दूसरे का सामना किया था और भारत ने आसानी से यह मैच 3-0 से जीता था। हरमनप्रीत सिंह एंड कंपनी इस मैच में प्रबल दावेदार के तौर पर उतरी थी, लेकिन मेजबान टीम बिना लड़े हार मानने को तैयार नहीं थी।
मैच की शुरुआत चीन द्वारा भारतीय डिफेंस पर दबाव बनाने की कोशिश से हुई थी। टूर्नामेंट में इन दोनों टीमों के बीच पहले गेम में यह स्पष्ट था, जब चीन काउंटर पर भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहा था।
भारत को पहला वास्तविक मौका पहले क्वार्टर की शुरुआत में मिला, जब सुखजीत ने एक शानदार शॉट लगाया, जिसे चीनी गोलकीपर ने अच्छी तरह से रोक दिया।
भारत के लिए पहला पीसी 9वें मिनट में आया और इसे चीनी डिफेंस ने अच्छी तरह से रोक दिया। भारत को एक और मौका मिला और इस बार हरमनप्रीत निशाने से काफी दूर थे।
दूसरा क्वार्टर ज्यादातर समय उलझन भरा रहा क्योंकि चीन ने भारत को रोके रखा, भारत को 27वें मिनट में एक बड़ा मौका मिला जब हरमनप्रीत ने गलत तरीके से लगाए गए पीसी का पूरा फायदा उठाया, लेकिन गेंद पोस्ट से टकरा गया। इसके तुरंत बाद, भारत को शुरुआत में पेनल्टी स्ट्रोक दिया गया, लेकिन भारतीय टीम एक बार फिर इसे गोल में नहीं बदल सकी। मध्यांतर तक दोनों टीमें गोल नहीं कर सकीं।
तीसरे क्वार्टर में भारत ने डी में कई बेहतरीन हमले किए, लेकिन चीनी डिफेंस दृढ़ रहा। चीन ने कुछ पीसी हासिल किए, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें रोके रखा।
भारत का दबाव था, लेकिन चीन ने अपना दबदबा बनाए रखा और खेल अंतिम क्वार्टर में पहुंच गया।
भारत ने दबाव बनाते हुए क्वार्टर की शुरुआत की और आखिरकार 51वें मिनट में भारतीय टीम को सफलता मिल गई। हरमनप्रीत ने डी में एक बेहतरीन मूव बनाया और जुगराज को पास दिया, जिसे जुगराज ने गेंद को गोल पोस्ट में डालने में कोई गलती नहीं की। भारत ने 1-0 की बढ़त बना ली।
चीन को अब सावधानी बरतनी पड़ी और भारत पर दबाव बनाने की कोशिश करनी पड़ी। उन्होंने गोल की तलाश में मैदान पर एक फ्लाइंग गोलकीपर भी लगाया। हालाँकि, अंत में भारतीय रक्षा काफी मजबूत थी और भारत ने अंततः 1-0 से जीत हासिल कर ली।
भारत ने पांचवीं और लगातार दूसरी बार जीता खिताब
चीन को हराने के साथ ही भारत ने रिकॉर्ड पांचवीं और लगातार दूसरी बार एशियाई खिताब जीता। भारतीय टीम ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और 25 गोल किए और केवल पाँच गोल खाए। भारत ने सेमीफाइनल में कोरिया को 4-1 से हराकर फाइनल में जगह पक्की की थी।
कप्तान हरमनप्रीत ने टूर्नामेंट में किये सात गोल
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए सात गोल किए, फाइनल में भी जुगराज द्वारा गोल किये जाने में कप्तान की महत्वपूर्ण भूमिका थी।