प्रधानमंत्री ने रिन्युएबल एनर्जी समिट का उद्घाटन किया, सूर्य घर योजना के लाभार्थियों के घर देखे व बातचीत की
अहमदाबाद, 16 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को गांधीनगर के महात्मा मंदिर में रिन्यूएबल एनर्जी समिट का उद्घाटन करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य शीर्ष पर पहुंचना नहीं बल्कि शीर्ष पर टिके रहना है।
समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उन्होंने विदेशी मित्रों को बताया कि मोढेरा में सैकड़ों वर्ष पुराना सूर्य मंदिर है। इसके साथ यह गांव सोलर विलेज है। आप सभी अयोध्या के विषय में खूब जानते हैं। भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश का स्टॉल भी लगाया गया है। मैं उत्तर प्रदेश वाला बन गया हूं। हमारा प्रयास है कि अयोध्या में एक-एक घर सोलर पैनल से चले। भारत के 17 शहरों को सोलर सिटी के रूप में बनाने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य टॉप पर पहुंचना नहीं है, बल्कि टॉप पर टिके रहना है। हम एनर्जी पर आधारित नहीं हैं। इससे हमने सोलर पावर, न्यूक्लियर पावर, विंड पावर पर रहने का निर्णय किया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी अपने गुजरात प्रवास के दूसरे दिन सुबह वावोल में पीएम सूर्य घर योजना के लाभार्थी के घर पहुंचे। यहां उन्होंने छत पर लगे सोलर सिस्टम को देखा और लाभार्थी से बातचीत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार सुबह वावोल स्थित शालीन-2 सोसायटी के 53 नंबर के बंगला में गए। यहां उन्होंने पीएम सूर्य घर योजना के लाभार्थी के घर की छत पर गए और लाभार्थी से बातचीत की। बाद में वे 10.30 बजे महात्मा मंदिर पहुंचे और यहां उन्होंने रिन्यूएबल एनर्जी समिट का उद्घाटन किया। कार्यक्रम में आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव समेत 140 देशों के 25 हजार प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। 40 से अधिक सत्र, 5 पैनल चर्चा, 115 से अधिक बीटूबी मीटिंग आयोजित होगी। यहां प्रधानमंत्री ने चरखा भी चलाया।