कोलकाता, 16 सितंबर (हि.स.) । कालीघाट स्थित मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास पर जूनियर डॉक्टरों ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर बैठक की है। इस बैठक में राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत और गृह सचिव नंदिनी चक्रवर्ती भी उपस्थित रहे। डॉक्टरों ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगों को रखा और बैठक के दौरान आशा जताई कि इसका सकारात्मक समाधान निकलेगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मीडिया को बताया कि वह बैठक को लेकर आशान्वित हैं और उम्मीद करती हैं कि सभी मुद्दों पर चर्चा कर समाधान निकाला जाएगा। हालांकि, डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि वे कालीघाट में कोई अंतिम निर्णय नहीं लेंगे और अपने साथियों के साथ चर्चा के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बैठक के दौरान डॉक्टरों ने इस बात पर जोर दिया कि हर बिंदु पर लिखित सहमति ली जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दोनों पक्षों की बातों को स्टेनोग्राफर के माध्यम से दर्ज किया जाए। इसके अलावा, उन्होंने मांग की कि बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग होनी चाहिए, ताकि बैठक के बाद दोनों पक्षों के पास सटीक प्रमाण हो।
इससे पहले डॉक्टरों का प्रतिनिधिमंडल कालीघाट पहुंचा, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। डॉक्टरों के साथ दो स्टेनोग्राफर भी बैठक में शामिल हुए। राज्य सरकार ने जूनियर डॉक्टरों की कुछ मांगों को मान लिया है, लेकिन डॉक्टरों ने यह स्पष्ट किया कि वे अपने पांच मुख्य बिंदुओं पर सरकार से ठोस जवाब चाहते हैं। इनमें से एक प्रमुख मांग यह है कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों की सहमति से कार्यवृत्त तैयार किया जाए और उस पर दोनों पक्षों के हस्ताक्षर हों। अब जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा या खत्म होगा, इसे लेकर जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है।