हरिद्वार, 15 सितंबर (हि.स.)। जनपद के देहात क्षेत्र में लगातार हाे रही वाहन चाेरी की घटनाओं के चलते पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे थे। मात्र 17 दिनों के भीतर तीन बड़ी गाड़ियों के चोरी होने के मामले में पुलिस ने आरोपितों की तलाश शुरू कर दी थी। एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल के निर्देश पर कोतवाली गंगनहर पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर तीनाें आराेपिताें काे गिरफ्तार किया है।
कोतवाली गंगनहर क्षेत्र से एक पिकअप लोडर, जबकि थाना कलियर के ग्राम मेहवड़कलां से अशोक लीलैंड वाहन चोरी हुए थे। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ग्राम नागल कलियर से रामपुर की ओर आने वाले रास्ते पर बने पुल के पास से तीन आरोपितों को चोरी की बोलेरो पिकअप के साथ गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि तीनों आरोपित आपस में रिश्तेदार हैं। शहजाद और इरशाद सगे भाई हैं, जबकि फरियाद उनका मामा है। तीनों मिलकर गाड़ियों को चोरी कर पंजाब में ले गए, जहां ओरिजिनल नंबर प्लेट बदलकर, फर्जी नंबर प्लेट लगाई। पहचान छुपाने के लिए पूरी गाड़ी में दूसरा पेंट करवा लिया और चुपके से दो गाड़ियों को वापस हरिद्वार ले आए।
आराेपिताें की याेजना इन गाड़ियाें से भैंस चोरी कर मुजफ्फरनगर और सहारनपुर में बेचने की थी, लेकिन पुलिस ने समय रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर थाना गंगनहर से चोरी बोलेरो पिकअप और थाना कलियर क्षेत्र से चोरी अशोक लीलैंड वाहन बरामद कर लिया है। जांच के दाैरान यह भी पता चला कि 2022 में इरशाद और फरियाद पंजाब में गोकशी के मामले में जेल जा चुके हैं।
आरोपितों के नाम इरशाद खान और शहजाद निवासीगण निकट कॉलेज निहाल सिंह वाला रोड मांडूके, पोस्ट बाघा पुराना, थाना निहाल सिंह वाला, जिला मोगा, पंजाब हाल किराएदार शहजाद, निवासी चारमीनार मस्जिद के पीछे, थाना कलियर और फरियाद खान, निवासी ग्राम खंखा, पोस्ट टांडा, थाना टांडा, जिला होशियारपुर, पंजाब बताए हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है।