कोलकाता, 15 सितंबर (हि.स.)। “सनातन ही सत्य है। यह सृष्टि के पहले भी था, आज भी है और सृष्टि के बाद भी रहेगा। यही पूरी दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाता है और विश्व कल्याण इसी में निहित है।” यह कहना है आर्य समाज के प्रसिद्ध वक्ता आचार्य योगेश शास्त्री का। आर्य समाज चांपदानी की ओर से हुगली जिले के चांपदानी में जोड़ा मंदिर के पास एक भव्य हवन और सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें कोलकाता, हुगली तथा उत्तर 24 परगना से बड़ी संख्या में आर्य समाज के लोग शामिल हुए। खास तौर पर पंडित ब्रह्मदत्त जी, हर्ष आर्य, पंडित मधुसूदन और पंडित विभाष आर्य ने भगवत सत्संग से यहां उपस्थित श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। यह कार्यक्रम वार्षिक उत्सव के तौर पर मनाया जाता है जो रविवार को तीसरे दिन संपन्न हुआ। इसमें हवन के साथ ही सत्संग का आयोजन होता है। साथ ही भगवत चर्चा भी की गई है।
कार्यक्रम का आयोजन खास तौर पर वरिष्ठ आर्य समाजी राम जी आर्य की पहल पर किया गया। इसमें विशेष तौर पर रामबाबू साह, दिवाकर गुप्ता, राजेंद्र आर्य, महेश आर्य, कपिल देव आर्य, विजय आर्य, राम पुकार आर्य, विनोद आर्य और घनश्याम आर्य की उपस्थिति रही। भीषण बारिश और गरज के बावजूद कार्यक्रम निर्विघ्न चलता रहा।