नई दिल्ली, 14 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को नई दिल्ली में अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय और प्रोसेसर हिंडोल सेनगुप्ता द्वारा लिखित पुस्तक ‘जीवन, मृत्यु और अष्टावक्र गीता’ का विमोचन किया।
वित्त मंत्रालय कार्यालय ने ‘एक्स’ पोस्ट पर जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय वित्त एवं कॉरर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष अर्थशास्त्री बिबेक देबरॉय और प्रोसेसर हिंडोल सेनगुप्ता के द्वारा लिखित पुस्तक ‘जीवन, मृत्यु और अष्टावक्र गीता’ का विमोचन किया। सीतारमण ने पुस्तक के विमोचन के अवसर अपने संबोधन में कहा कि अष्टावक्र गीता बहुत खास है। ऐसा कहा जाता है कि जब सभी गुरु चुप हो जाते हैं, तब अष्टावक्र बोलना शुरू करते हैं।
दरअसल अष्टावक्र गीता को उपनिषदों के पाठों का सबसे शुद्धतम रूप माना जाता है। इसे हिंदू दर्शन के अद्वैत वेदांत स्कूल के अंतिम शब्द या उत्कृष्ट कृति के रूप में विभिन्न रूप से वर्णित किया गया है। ऐसा कहा जाता है कि जब सभी आध्यात्मिक ग्रंथ मौन हो जाते हैं, तो अष्टावक्र बोलना शुरू करते हैं।
उल्लेखनीय है कि बिबेक देबरॉय एक भारतीय अर्थशास्त्री हैं, जो भारत के प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। वहीं, हिंडोल सेनगुप्ता एक भारतीय इतिहासकार, शिक्षाविद और पत्रकार हैं। सेनगुप्ता राजधानी दिल्ली में रहते हैं। वे ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर हैं।