– उपनल एवं पंजाब नेशनल बैंक के बीच हुए अनुबंध पर हस्ताक्षर
देहरादून, 12 सितंबर (हि.स.)। उपनल के माध्यम से विभिन्न विभागों में तैनात लगभग 23 हजार उपनल कार्मिकों के हित को ध्यान में रखते हुए पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) एवं उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड (उपनल) के मध्य एक अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए हैं। इससे अब किसी भी उपनल कार्मिक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर उनके आश्रित को 50 लाख रुपये सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
बुधवार शाम को देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए उन्हें अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभांवित कर रही है और यह कदम पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। सैनिक कल्याण मंत्री ने बताया कि उपनल कार्मिक की दुर्घटना में मृत्यु होने पर 50 लाख रुपये की एकमुश्त धनराशि उसके आश्रित को प्रदान की जाएगी। साथ ही एक वित्तीय वर्ष के अंतराल में कार्मिकों को उनके वेतन अनुसार 40 से 100 चेक की सुविधा के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। एक महीने के अंतराल में कार्मिकों को उनके वेतन अनुसार दो से पांच आरटीजीएस, एनआईएफटी एवं डिमांड ड्राफ्ट की सुविधा भी निःशुल्क प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि उपनल कार्मिकों को मकान, वाहन एवं व्यक्तिगत ऋण लेने पर, बैंक द्वारा लिए जाने वाले प्रोसेसिंग शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट एवं बोनान्जा ऑफर के अंतर्गत 100 प्रतिशत तक की छूट प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि देश की रक्षा करने वाला हर पांचवां सैनिक उत्तराखंड से होता है। यह वीरों की भूमि है, राष्ट्र भक्तों की भूमि है, उत्तराखंड सैनिक बाहुल्य प्रदेश है। उपनल का गठन पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 22 हजार से अधिक कार्मिक उपनल के माध्यम से सेवाएं दे रहे हैं। इस अनुबंध के उपरांत प्रदेश के विभिन्न कार्यालयों और प्रदेश से बाहर भी उपनल से हजारों की संख्या में तैनात कर्मचारियों के आश्रितों को लाभ मिलेगा।
इस दौरान उपनल के प्रबंध निदेशक ब्रिगेडियर (से.नि.) जेएनएस बिष्ट, पंजाब नैशनल बैंक के जोनल हेड सचिदानंद दुबे, मेजर जनरल (से.नि.) पीएस राणा, मेजर जनरल (से.नि.) अभय कार्की, सैनिक कल्याण निदेशक ब्रिगेडियर अमृतलाल आदि उपस्थित थे।