-देश का दुग्ध उत्पादन पिछले नौ वर्षों में 57.62 प्रतिशत बढ़ा
– प्रति व्यक्ति वैश्विक औसत से कहीं अधिक दूध मिलता है भारतीयों को
नई दिल्ली, 12 सितंबर (हि.स.)। ओडिशा के भुवनेश्वर में कल (शुक्रवार) से पशुपालन और डेयरी क्षेत्र की दो दिवसीय मानसून बैठक होगी। केन्द्रीय पशुपालन, डेयरी व पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह इसकी अध्यक्षता करेंगे। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी और विशेष अतिथि उप मुख्यमंत्री श्रीमती पार्वती परिदा होंगी। बैठक लोक सेवा भवन के कन्वेंशन सेंटर में होगी।
पशुपालन व डेयरी मंत्रालय ने एक बयान में बताया है कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल और अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री जॉर्ज कुरियन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में भी शामिल होंगे। बैठक का उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अपेक्षाओं को सामने लाना है ताकि जमीनी स्तर पर प्रभावी कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए रूपरेखा तैयार कर योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जा सके और परिणामों और सुधारों पर चर्चा की जा सके।
मंत्रालय के अनुसार, 2014-15 से 2022-23 तक पशुधन क्षेत्र 9.82 प्रतिशत की उल्लेखनीय चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ा है। कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सकल मूल्यवर्धन में इसका योगदान 24.36 प्रतिशत से बढ़कर 30.22 प्रतिशत हो गया है। 2022-23 में इस क्षेत्र ने कुल सकल मूल्यवर्धन में साढ़े पांच प्रतिशत का योगदान दिया। इसी तरह से देश का दुग्ध उत्पादन पिछले नौ वर्षों में 57.62 प्रतिशत बढ़ा है। यह 2014-15 में 146.3 मिलियन टन से बढ़कर 2022-23 में 230.60 मिलियन मीट्रिक टन हो गया है। यह वृद्धि दर औसतन 5.9 प्रतिशत सालाना है, जो वैश्विक औसत 2 प्रतिशत से कहीं अधिक है। इसी तरह से प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 2013-14 में 307 ग्राम प्रतिदिन से बढ़कर 2022-23 में 459 ग्राम प्रतिदिन हो गई है, जो 325 ग्राम के वैश्विक औसत से अधिक है।