गुवाहाटी, 12 सितंबर (हि.स.)। असम में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर गंभीर वित्तीय घोटाले के मद्देनजर आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की एक टीम ने कांग्रेस विधायक दल के नेता देवब्रत सैकिया के नेतृत्व में असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात की। कांग्रेस नेताओं ने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपकर असम में फर्जी ट्रेडिंग फर्मों द्वारा किए गए वित्तीय घोटालों की न्यायिक जांच कराने का अनुरोध किया। कांग्रेस प्रतिनिधि ने असम में वित्तीय घोटालों की श्रृंखला के बारे में राज्यपाल को अवगत कराया। इनमें बिशाल फूकन और सुमी बोरा से जुड़े 2,200 करोड़ रुपये के ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाला, दीपांकर बर्मन से जुड़े डीबी स्टॉक ब्रोकिंग, स्वप्निल दास से जुड़े ट्रेडिंग फॉर ए लिविंग (टीएफएएल), सिंघानिया फिनटेक एग्रो बिजनेस कंसोर्टियम, रंजीत काकती, हेमन राभा, धर्मेंद्र राभा, मैनाओ ब्रह्म और मोहम्मद साकिर आदि से जुड़े ऐसे अन्य ट्रेडिंग घोटाले शामिल हैं।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि असम में वित्तीय धोखाधड़ी में खतरनाक उछाल डिजिटल लेनदेन के उदय से प्रेरित एक व्यापक प्रवृत्ति को दर्शाता है, जिसने साइबर अपराधियों के लिए कमजोर व्यक्तियों का शोषण करने के नए रास्ते खोल दिए हैं।
प्रतिनिधि ने कहा कि असम के जमाकर्ताओं के हितों का संरक्षण (वित्तीय प्रतिष्ठानों में) के सिलसिले में सभी कानूनी ढांचे की अनदेखी की गई और परिणामस्वरूप जमाकर्ताओं के हितों से समझौता किया गया।
असम पुलिस और अन्य अधिकारियों के प्रयासों के बावजूद, यह स्पष्ट है कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने और जनता का विश्वास बहाल करने के लिए अधिक मजबूत और पारदर्शी जांच की आवश्यकता है।
इन परिस्थितियों के मद्देनजर, कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधियों ने इन वित्तीय घोटालों की व्यापक न्यायिक जांच शुरू करने के लिए राज्यपाल के हस्तक्षेप का अनुरोध किया। साथ ही गुवाहाटी उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश के माध्यम से सभी मामलों की जांच की आवश्यकता पर बल दिया, जो निष्पक्षता, पारदर्शिता और संपूर्णता सुनिश्चित करने के लिए ईडी, सीबीआई या अन्य एजेंसियों द्वारा की जाने वाली जांच की निगरानी करेंगे।
कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करने वालों में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मीरा बरठाकुर, बिपुल गोगोई, रमन झा, वाजेद अली चौधरी, विधायक, प्रद्युत भुइयां, और गुनो गोगोई शामिल थे।