जैसलमेर, 11 सितंबर (हि.स.)। जिले के रामदेवरा में चल रहे मेले में बम धमाके की धमकी दी गई है। धमकी के बाद यहां पुलिस अलर्ट हो गई। पुलिस ने मेला स्थल और आसपास के एरिया में छानबीन की। पुलिस को कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। जैसलमेर एसपी सुधीर चौधरी ने बताया कि जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल को पोकरण रेलवे स्टेशन पर एक पर्ची मिली। पर्ची में लिखा है कि कपड़े के बने घोड़े लेकर आ रहे जातरुओं की जांच कीजिए, उसमें बम हो सकता है। मैं डरते हुए बाथरूम में बैठकर ये लिख रहा हूं। आप लोग बीएसएफ, पुलिस को सूचना दो। आतंकी मंदिर को घोड़े में बम रखकर उड़ा सकते हैं। आप लोग चेक कीजिए।
उल्लेखनीय है कि इस समय बाबा रामदेव का लक्खी मेला चल रहा है, जिसमें देश भर से लाखों श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। कुछ महीने पहले ही जयपुर में भी बम धमाके की सूचनाएं मिली थीं, लेकिन वे सभी झूठी निकली थी।
मंदिर से कपड़े के घोड़े हटाए गए
बाबा रामदेव समाधि समिति द्वारा चढ़ाए गए कपड़े के छोटे और बड़े घोड़े ट्रैक्टर में भरकर मंदिर से दाे किलोमीटर दूर रणुजा कुएं पर ले जाए गए। इस प्रक्रिया के दौरान पोकरण के एएसपी गोपालसिंह भाटी, डीवाईएसपी भवानी सिंह, रामदेवरा एसएचओ शंकरलाल, रामदेवरा सरपंच समंदर सिंह, समाधि समिति के सदस्य और मंदिर के सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे।
पोकरण और रामदेवरा रेलवे स्टेशनों पर तलाशी
इस घटना के बाद, पोकरण और रामदेवरा रेलवे स्टेशनों पर जीआरपी और आरपीएफ द्वारा सघन तलाशी अभियान चलाया गया। रामदेवरा रेलवे स्टेशन पर जीआरपी ड्यूटी प्रभारी दुर्ग सिंह ने बताया कि धमकी भरा पत्र मिलने के बाद जीआरपी ने उन्हें सूचित किया। इसके बाद, उन्हाेंने जिला पुलिस अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों के सामान की तलाशी ली जा रही है। इसी प्रकार, पोकरण रेलवे स्टेशन पर जीआरपी के हेड कॉन्स्टेबल पीरचंद ने बताया कि पत्र मिलने के बाद सभी संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी ली गई।
रात 12.50 बजे ईआरटी कमांडो की टीम पहुंची
घटना के बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गईं। जोधपुर से ईआरटी (इमरजेंसी रिस्पांस टीम) कमांडो की टीम रात 12.50 बजे रामदेवरा पहुंची। उन्होंने मंदिर के आसपास तलाशी ली और रामदेवरा पुलिस से मामले की पूरी जानकारी प्राप्त की। ईआरटी कमांडो ने मंदिर के चारों ओर जांच की और रामसरोवर तालाब पर भी तलाशी अभियान चलाया। जांच के बाद, श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश देने से पहले उनके सामान की जांच की जा रही है। रात भर मंदिर में श्रद्धालुओं की जांच की गई और केवल सत्यापित श्रद्धालुओं को ही समाधि परिसर में प्रवेश दिया जा रहा है।
इस संबंध में पोकरण डिप्टी भवानीसिंह ने कहा कि सभी कपड़े के घोड़े हटा दिए गए हैं और सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करने के बाद, सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।