कोलकाता, 11 सितंबर (हि.स.)। राज्य सरकार द्वारा गुरुवार को पश्चिम बंगाल के सभी निजी अस्पतालों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित करने की योजना बनाई गई थी। इस बैठक में सभी निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों और राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों को शामिल होने का निर्देश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था। हालांकि, अंतिम क्षण में यह बैठक स्थगित कर दी गई। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को होने वाली इस बैठक को रद्द कर दिया गया है। नई बैठक की तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।
नवान्न के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि बैठक कब आयोजित की जाएगी। बैठक स्थगित करने के कारण को लेकर कुछ अटकलें लगाई जा रही हैं, लेकिन प्रशासनिक सूत्रों का कहना है कि विभिन्न मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में उत्पन्न मौजूदा स्थिति के कारण गुरुवार की बैठक स्थगित की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि यह बैठक अगले हफ्ते हो सकती है, लेकिन तारीख अभी स्पष्ट नहीं है।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले नवान्न के सभागार में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कुछ निजी अस्पतालों की भूमिका पर असंतोष व्यक्त किया था। हाल ही में टाला थाने के ओसी (ऑफिसर-इन-चार्ज) को कई निजी अस्पतालों ने भर्ती करने से इनकार कर दिया था। सोमवार को प्रशासनिक बैठक में, बिना नाम लिए, मुख्यमंत्री ने संबंधित निजी अस्पतालों की भूमिका पर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि मेरे पास चार निजी अस्पतालों के नाम हैं। पुलिस के एक ओसी मरीज के रूप में गए थे, लेकिन उन्हें भर्ती नहीं किया गया। हमें इन अस्पतालों के बारे में याद रखना होगा।
आर.जी. कर की घटना के बाद से उत्पन्न स्थिति, जूनियर डॉक्टरों के विरोध और धरने के माहौल के बीच, गुरुवार को सचिवालय की बैठक को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा था। मौजूदा हालात में स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्पन्न हो रही अस्थिरता को देखते हुए गुरुवार की बैठक काफी अहम हो सकती थी। लेकिन बुधवार शाम को अचानक यह खबर आई कि गुरुवार की बैठक को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है और इसे कब आयोजित किया जाएगा, इस बारे में फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।