कोलकाता, 11 सितंबर (हि.स.)। आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की दुष्कर्म एवं हत्या के विरोध में आंदोलन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने बुधवार तड़के 3:50 बजे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को ई-मेल किया, लेकिन उन्हें अब तक उसका कोई जवाब नहीं मिला। जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि इसके पहले उन्हें जो ई-मेल मिला था उसमें मुख्यमंत्री की उपस्थिति का कोई उल्लेख नहीं था। भ्रम दूर करने के लिए उन्होंने अपनी मांगों को ई-मेल के जरिए भेजा लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
स्वास्थ्य भवन के सामने धरना दे रहे जूनियर डॉक्टर अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। बुधवार दोपहर को आसनसोल दक्षिण की भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल जब स्वास्थ्य भवन परिसर में पहुंचीं तो वहां मौजूद जूनियर डॉक्टरों ने ‘गो बैक’ के नारे लगाए। हालांकि अग्निमित्रा का दावा है कि वह धरने को राजनीतिक रंग देने नहीं आई थीं बल्कि किसी अन्य काम से वहां मौजूद थीं। आंदोलनकारी डॉक्टरों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी तब तक उनका धरना जारी रहेगा। एक जूनियर डॉक्टर किंजल नंदा ने कहा कि सरकार अगर सकारात्मक कदम उठाएगी तभी कोई निर्णय लिया जाएगा।
आंदोलनकारियों के समर्थन में आम लोग भी आगे आए हैं। बुधवार सुबह दक्षिण कोलकाता के एक स्कूल के अभिभावकों ने धरने पर बैठे डॉक्टरों के लिए भोजन की व्यवस्था की। इसके अलावा स्वास्थ्य भवन के पास आंदोलनकारी डॉक्टरों के लिए बायो-टॉयलेट भी लगाए गए हैं। जूनियर डॉक्टरों ने छह सूत्री मांगों के साथ अपना आंदोलन जारी रखा है। उनकी प्रमुख मांगों में आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई दुष्कर्म एवं हत्या के दोषियों की तुरंत पहचान और सख्त सजा दिया जाना शामिल है। घटना से जुड़े सबूतों को नष्ट करने में शामिल लोगों पर भी कार्रवाई की मांग की जा रही है।