ड्रोन हमले में विदेशी लिंक होने की पुष्टि: आईजीपी
इंफाल, 10 सितंबर (हि.स.)। मणिपुर में अपनी मांगों को लेकर चल रहे छात्रों का आंदोलन मंगलवार दोपहर बाद उग्र हो गया। पुलिस को आक्रोशित छात्रों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल के साथ आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। इससे घायल हुए कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राज्य सरकार ने गंभीर स्थिति देखते हुए 11 व 12 सितंबर को पूरे राज्य के स्कूल कॉलेजों को बंद करने और पांच दिन के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया है। साथ ही तीन प्रभावित तीन जिलों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। इसी बीच मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) आइके मुइवा ने ड्रोन हमले में विदेशी लिंक होने की पुष्टि की है।
इंफाल में छात्रों का सोमवार से शुरू हुआ धरना प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। साेमवार काे राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य से मुलाकात के दाैरान छात्रों ने अपनी मांगों की सूची उन्हें सौंपी थी। साथ ही छात्राें ने अपनी मांगाें काे लेकर राज्यपाल को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। अल्टीमेट की अवधि पूरी होने के बाद इमा मार्केट के सामने धरने पर बैठे छात्र उग्र हो गए और इमा मार्केट के सामने से उठकर मणिपुर राजभवन की ओर बढ़ने लगे। वहां पहले से ही तैनात सुरक्षा बलों ने उन्हें रोकने की कोशिशें कीं, लेकिन छात्र किसी भी कीमत पर रुकने के लिए तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग किया। पुलिस ने गंभीर स्थिति काे देखते हुए आंसू गैस के गोल दागे। इसके बाद हिंसा पर उतारू छात्राें काे तितर-बितर कर दिया। पुलिस के बल प्रयाेग से कई लाेग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद राजधानी इंफाल में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई है।
राज्य सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पूरे राज्य के सरकारी और निजी स्कूल व कॉलेजों को 11 व 12 सितंबर के लिए बंद कर दिया है। इसके साथ ही सरकार ने पूरे राज्य में पांच दिन के लिए इंटरसेवा को बंद कर दिया है। इंफाल के आसपास के तीन जिले इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट तथा थौबल के जिला मजिस्ट्रेटों ने बीएनएसएस 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा का आदेश फिर से लागू कर दी है। इस निषेधाज्ञा के तहत एक स्थान पर पांच से अधिक लाेगाें के जमा होने पर प्रतिबंध रहेगा। इसके तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी प्रकार की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इसी बीच मणिपुर में बीते सप्ताह हुए ड्रोन हमले की जांच का जिम्मा एनआईए को सौंपने का विचार राज्य सरकार कर रही है। आज इंफाल में एक संवाददाता सम्मेलन में मणिपुर के पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) आइके मुइवा ने ड्रोन हमले में विदेशी लिंक होने की पुष्टि की है। पुलिस महानिरीक्षक ने कहा कि हम घटनास्थल से बरामद ड्रोन के टुकड़ों सहित विभिन्न साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं। बमों में इस्तेमाल किए गए रसायनों का विश्लेषण करने के लिए इन्हें फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। उन्होंने इस मामले को बेहद गंभीर बताया। फॉरेंसिक टीमें बम विस्फोट स्थलों से एकत्र किये गये टुकड़ों सहित तमाम साक्ष्यों का विश्लेषण कर रही हैं।