श्रीनागर, 8 सितंबर (हि.स.)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि भाजपा के शीर्ष नेता जम्मू पर अपना चुनाव अभियान केंद्रित कर रहे हैं क्योंकि वह झूठे डर पैदा करके जम्मू-कश्मीर के हिंदू मतदाताओं को डराना चाहते हैं।
उन्होंने भाजपा पर यह दावा करके लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया कि अगर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आया तो आतंकवाद फिर से बढ़ जाएगा।
फारूक अब्दुल्ला कि भाजपा हिंदू समुदाय को धमकाना चाहते हैं। उन्हें लगता है कि हिंदू उन्हें वोट देंगे लेकिन आज हिंदू बदल गए हैं। अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि पहले भाजपा ने राम के नाम पर वोट मांगे और अब वह उन्हें डराना चाहते हैं। फारूक अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मुहम्मद अब्दुल्ला की 42वीं पुण्यतिथि पर पार्टी संस्थापक को श्रद्धांजलि देने के बाद नसीमबाग स्थित उनके मकबरे पर पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया लेकिन क्या आतंकवाद समाप्त हुआ? आतंकवाद फिर से बढ़ रहा है और यह सब उनकी जिम्मेदारी है। अब्दुल्ला इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कश्मीर की अनदेखी करते हुए जम्मू में प्रचार क्यों कर रहे हैं। जम्मू दौरे के दौरान शाह द्वारा एनसी-कांग्रेस गठबंधन की आलोचना पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह केवल हमारी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वह सफल नहीं होंगे। हमारे प्रयास हमारे लोगों की बेहतरी के लिए काम करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे। गृह मंत्री हमारे बारे में जितना चाहें उतना कह सकते हैं लेकिन मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हम उस भारत के खिलाफ हैं जिसे वह बनाना चाहते हैं। भारत सभी का है जिसमें हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध रहते हैं।
उन्होंने कहा कि हम घुसपैठिए नहीं हैं। हम मंगलसूत्र नहीं छीन रहे हैं। भारत की आजादी में मुसलमानों का भी बराबर का योगदान है। राज्य का दर्जा बहाल करने पर अब्दुल्ला ने कहा कि एनसी-कांग्रेस गठबंधन इसे वापस हासिल करेगा। जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए भाजपा के घोषणापत्र पर उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक जुमला है।