रामबन, 08 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने डंके की चोट पर अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को शांति और समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर किया है और अब कोई माई का लाल इसे वापस नहीं ला सकता। अनुच्छेद 370 और 35ए हटाकर लोगों को विकास के पथ पर आगे बढ़ाने का रास्त बनाया गया है। यह बातें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को जम्मू संभाग के रामबन में चुनावी रैलियों को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील की कि एक बार यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएं हम जम्मू-कश्मीर को देश का सबसे विकसित राज्य बनाएंगे।
पाकिस्तान अधिकृत जम्मू कश्मीर के लोगों की बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि वे हमारे नागरिक हैं, पाकिस्तान उन्हें विदेशी मानता है लेकिन भारत उन्हें अपने नागरिक के रूप में स्वीकार करता है।
वहीं विधानसभा चुनाव को लेकर राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सिर्फ किसी केंद्र शासित प्रदेश का चुनाव नहीं है बल्कि इस चुनाव पर हर भारतीय की नज़र है, चाहे वह देश के किसी भी कोने में हो या दुनिया के किसी भी कोने में। उन्होंने कहा कि हाल ही में अपने अमेरिकी दौरे के दौरान वहां के प्रतिनिधियों ने मुझसे जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के बारे में जानना चाहा और मैंने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा पूरी बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि पूरे भारत की नजरें इन चुनावों पर टिकी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के तहत यहां 6 प्रतिशत से 12 प्रतिशत तक मतदान हुआ करता था, लेकिन इसके हटने के बाद संसदीय चुनावों में 58 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि लद्दाख में यह प्रतिशत 72 प्रतिशत तक पहुंच गया। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों ने पहली बार भय से मुक्त चुनाव देखे, पहली बार निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव देखें। उन्होंने इसे परिवर्तन की ओर एक बड़ा संकेत बताया।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग प्रतिभाशाली हैं और उनमें कुछ बड़ा करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि अगर जम्मू-कश्मीर में 10 साल तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने तो यह राज्य देश का सबसे विकसित राज्य बनेगा। उन्होंने कहा कि जब 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता संभाली तो हमारी अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी लेकिन आज हम 5वें स्थान पर हैं और जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा को मौका दीजिए हम बड़े बदलाव करके दिखाएंगे जैसा कि हमने पिछले 10 सालों में किया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर की तस्वीर और तकदीर बदल गई है। यहां पहले आतंकवाद का माहौल था, ताज़िया का जुलूस भी नहीं निकलता था। अब माहौल बदल चुका है।
मजबूत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में समाज के हर वर्ग को न्याय मिला है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद यहां बेटियां सुरक्षित नहीं थीं, समाज के कमजोर लोग वोट नहीं डाल सकते थे। केंद्र में लंबे समय तक कांग्रेस की सरकार रही लेकिन पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों और वाल्मीकि समाज को वोट डालने का अधिकार नहीं दिया गया। उन्होंने आगे कहा कि मोदी के शासन में उन्हें अधिकार दिए गए, साथ ही पहाड़ी समुदाय को एसटी का दर्जा और गुजर बकरवाल और पहाड़ियों को राजनीतिक आरक्षण दिया गया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लोग कहते थे कि अनुच्छेद 370 हटेगा तो जम्मू-कश्मीर में आग लग जाएगी। भाजपा ने डंके की चोट पर अनुच्छेद 370 को हटाया और किसी की हिम्मत नहीं हुई कि इसका विरोध कर सके। उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा है कि वे आएंगे और अनुच्छेद 370 को बहाल करेंगे लेकिन किसी में यह हिम्मत नहीं है कि वह इसे वापस ला सके। उन्होंने कहा कि जब तक भाजपा है कोई माई का लाल अनुच्छेद 370 को वापस नहीं ला सकता। अनुच्छेद 370 हटने के बाद भारत के इतिहास में पहली बार जी20 की बैठक जम्मू-कश्मीर में हुई। आजाद भारत के इतिहास में पहली बार जी20 की किसी बैठक का जम्मू-कश्मीर में होना, एक ऐतिहासिक घटना है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद का गढ़ नहीं बल्कि पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। यहां पर्यटकों का सैलाब उमड़ा हुआ है। रेलवे, सड़कों और बुनियादी ढांचे पर तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने वादा किया कि अगर भाजपा की सरकार आएगी तो सीमा क्षेत्रों को प्राथमिकता के आधार पर विकसित किया जाएगा। अब सीमा का आखिरी गांव देश का पहला गांव कहलाएगा और हम उनकी भी तरक्की करेंगे।
विकास की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि पहले जम्मू से कश्मीर जाने में 14 घंटे लगते थे, अब जम्मू से कश्मीर जाने में 4 से 4-5 घंटे लगते हैं। हमें ऐसी सरकार चाहिए जो काम करेए ताकि बड़ा बदलाव लाया जा सके। उन्होंने कहा कि जम्मू में 38 हजार करोड़ रुपये का निवेश हुआ है और आज कश्मीर में बच्चों के हाथों में पिस्तौल नहीं, लैपटॉप है।
रक्षा मंत्री ने खुलासा किया कि उन्होंने कश्मीर में शांति और व्यवस्था बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास किया और एक समय ऐसा भी था जब हमारे सांसद हुर्रियत के दरवाजे पर गए लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। उन्होंने कहा कि हमने निर्दाेष बच्चों पर से मामले वापस लिए और कश्मीर में हालात सुधारने के लिए दिल खोलकर कदम उठाए लेकिन इन लोगों ने सहयोग नहीं किया। उन्होंने कहा कि कश्मीरी नेता हमेशा आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति रखते थे और आज उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं होनी चाहिए थी। क्या उसे फूल मालाएं पहनाई जानी चाहिए थी।
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोग हमारे हैं और उन्हें हमारे साथ आना चाहिए। पीओजेके के लोग सुनें, पाकिस्तान आपको विदेशी मानता है लेकिन हम आपको अपना मानते हैं। हमारे साथ आइए। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के लोगों से अपील की कि वे यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाएं और तब पीओके के लोग भी कहेंगे कि वे भारत के साथ जाना चाहते हैं।
अपने भाषण का समापन करते हुए उन्होंने कहा कि हमने चुनावी घोषणा पत्र में जो भी कहा है वह सब पूरा करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह के साथ कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी मौजूद रहे।