कोकराझाड़ (असम), 07 सितंबर (हि.स.)। आम जनता और बोड़ोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) प्रशासन के बीच घनिष्ठ संबंध बनाने के लिए, बीटीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोड़ो ने ‘जनता दरबार’ कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत, प्रमोद बोड़ो व्यक्तिगत रूप से बीटीसी के भीतर विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करके विभिन्न समूहों, संगठनों और स्थानीय निवासियों के साथ एक-एक करके चर्चा कर रहे हैं। इन बैठकों के माध्यम से, बीटीसी प्रमुख उनकी शिकायतों, मांगों से अवगत हो रहे हैं और उनके अनुरोधों और चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक कार्रवाई कर रहे हैं।
‘जनता दरबार’ की शुरुआत 27 अगस्त को उदालगुरी जिले के भरगाओ स्थित बोडोलैंड गेस्ट हाउस में, बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोड़ो ने जनता के अनुरोधों, शिकायतों को सुना। उनके साथ बीटीसी ईएम दाउबैसा बोड़ो और बीटीसी ईएम विल्सन हसदा, एमसीएलए दिलीप कुमार बोड़ो और एमसीएलए माधव चंद्र छेत्री भी थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न समूहों, ग्राम समितियों, क्लबों और धार्मिक संस्थाओं के नेताओं की समस्याएं सुनी और उनके समाधान के लिए कदम उठाए।
गोसाईगांव सर्किट हाउस में 3 सितंबर को जनता दरबार कार्यक्रम के बाद, बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोड़ो ने 4 सितंबर को चिरांग जिले के भारत-भूटान सीमा पर स्थित रुनीखाता में वन विभाग के निरीक्षण बंगले में आयोजित एक और ‘जनता दरबार’ में भाग लिया। बीटीसी प्रमुख के साथ इस दौरान सांसद जयंत बसुमतारी, बीटीसी ईएम रंजीत बसुमतारी, एमसीएलए सैखोंग बसुमतारी और एमसीएलए माधव चंद्र छेत्री भी साथ रहे। यह सत्र रात दस बजे से करीब 1.30 बजे तक चला।
स्थानीय निवासियों और संगठनों ने अपने क्षेत्र में बीटीसी प्रमुख प्रमोद बोड़ो से सीधे मिलने और अपने मुद्दों को हल होने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने अनुरोध किया है कि इस तरह के ‘जनता दरबार’ के माध्यम से मुद्दों को संबोधित करने की प्रक्रिया जारी रहे। प्रगतिशील बीटीसी के निर्माण के उद्देश्य से इस पहल ने जनता के बीच उत्साह पैदा किया है, और सभी बीटीसी क्षेत्रों में नियमित रूप से इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करने का आह्वान किया है।