नई दिल्ली, 6 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा कि इस महीने के अंत में यू-विन पोर्टल लॉन्च किया जाएगा। यह पोर्टल सालाना 3 करोड़ से अधिक गर्भवती महिलाओं और लगभग 2.7 करोड़ बच्चों के टीकाकरण, दवाओं का स्थायी डिजिटल रिकॉर्ड रखेगा। नई दिल्ली में “स्वास्थ्य देखभाल तक सार्वभौमिक पहुंच: डिजिटल समाधान” विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपूर्व चंद्रा ने कहा कि कोविन और आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से देश भर में 220 करोड़ से अधिक टीकाकरण किया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सरकार की प्रमुख योजना आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के माध्यम से उसी मॉडल को दोहराना चाहती है। उन्होंने कि टेलीमेडिसिन, टेलीमानस, ईरक्तकोश आदि जैसे विभिन्न खंडों में पहले से ही कई पोर्टल काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में इन सब अलग -अलग पोर्टल को एक ही पोर्टल में संयोजित करने पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य दावा एक्सचेंज लाने में प्रगति का उल्लेख किया जो अधिक पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और बीमा दावों की प्रक्रिया को आसान बनाएगा और कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में चल रहे काम पर भी चर्चा की।
इस मौके पर नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में परिवर्तनकारी बदलाव हो रहे हैं। डॉ. पॉल ने डिजिटल स्वास्थ्य समाधानों को अपनाने के लिए पांच प्रमुख सिद्धांतों को रेखांकित किया जिसमें डिजिटल प्रौद्योगिकियों का उपयोग और संतृप्ति के लिए उनका मापन, रोबोटिक्स, एआई आदि जैसी नई तकनीकों का निर्माण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को साइबर धोखाधड़ी से बचाने पर ध्यान देते हुए समावेशिता, मानवाधिकारों की सुरक्षा और आगे लोकतंत्रीकरण को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटल समाधानों से जीवन की गुणवत्ता में वृद्धि होनी चाहिए, खुशहाली को अपनाना चाहिए, पारंपरिक ज्ञान को शामिल करना चाहिए और हमारे स्वास्थ्य देखभाल कार्यों में तेजी लानी चाहिए।