कोलकाता, 6 सितंबर (हि.स.)। भारत-बांग्लादेश सीमा की मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए पांच सितंबर को समन्वय समिति की एक और बैठक हुई। यह बैठक सीमा सुरक्षा बल (पूर्वी कमान) के अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें भूमि बंदरगाह प्राधिकरण के सदस्यों सहित सभी सदस्य शामिल हुए। बैठक के दौरान सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के बीच की गई विभिन्न संचार प्रक्रियाओं की प्रगति और बांग्लादेश के विशेष रूप से सीमावर्ती जिलों में अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई।
बीएसएफ के पूर्वी कमान के प्रवक्ता संजय गुप्ता ने शुक्रवार को बताया कि 12 अगस्त से अब तक दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच विभिन्न स्तरों पर लगभग 722 सीमा बैठकें आयोजित की गई हैं। इसके साथ ही पूर्वी कमान के क्षेत्राधिकार में संवेदनशील सीमा क्षेत्रों में दोनों बलों द्वारा 1367 समन्वित गश्त भी की गई। इन बैठकों के दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए अवगत कराया गया कि बांग्लादेशी नागरिक अवैध रूप से भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ न करें। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश ने भी इन बैठकों के दौरान आश्वासन दिया है कि वे भारतीय नागरिकों और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे। दोनों सीमा सुरक्षा बलों के अधिकारी विभिन्न परिचालन मामलों पर निरंतर संपर्क में हैं और वास्तविक समय में सूचनाओं का आदान-प्रदान कर रहे हैं।
सीमा सुरक्षा बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ बसे भारतीय गांवों के निवासियों के साथ समन्वय बैठकों का आयोजन भी किया है, ताकि उन्हें बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति से अवगत कराया जा सके और सीमा प्रबंधन में उनका सहयोग प्राप्त किया जा सके। पूर्वी कमान के क्षेत्र में पिछले 15 दिनों में कुल 614 ऐसी बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें ग्रामीणों ने बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान सुरक्षा को मजबूत करने के लिए विभिन्न एजेंसियों के साथ कई बैठकें भी आयोजित की गईं। भारत-बांग्लादेश सीमा पर स्थिति सामान्य रूप से शांत बनी रही है और सीमा सुरक्षा बल अंतरराष्ट्रीय सीमा की पवित्रता के साथ-साथ सीमा के पास रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सीमा सुरक्षा बल के जवान समन्वित सीमा प्रबंधन योजना के तहत बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ मिलकर 24 घंटे सीमा की रक्षा कर रहे हैं।