आर्यन के पिता बोले, गौरक्षकों को गोली चलाने का अधिकार किसने दिया
फरीदाबाद, 4 सितंबर (हि.स.)। गौ रक्षकों की गोली से अकाल मौत का ग्रास बने आर्यन मिश्रा की मौत के बाद उसका परिवार सदमे में है। परिवार के लोग अभी तक यह मानने को तैयार ही नहीं है कि उसके बेटे की इस बेदर्दी से हत्या कर दी गई है। अपने बेटे की मौत के बाद सियानंद मिश्रा के जेहन में कई सवाल उठ रहे है, जिनका जवाब वह जानना चाहते है। इस बीच, आर्यन के भाई ने हत्या में न्याय मांगने के लिए एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘न्याय’ शुरू किया है। मंगलवार रात बनाए गए इस ग्रुप में 1,000 से अधिक लोग जुड़ चुके हैं।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में वाहन में सवार अन्य कोई युवक क्यों घायल नहीं हुआ। सियानंद मिश्रा ने कहा कि वह पांचों आरोपियों की गिरफ्तारी से संतुष्ट है, लेकिन अब फरीदाबाद में मेरे लिए कुछ नहीं बचा है। मैं अपने पैतृक स्थान पर लौटना चाहता हूं। लेकिन कई सवाल हैं, जिनका जवाब मेरे मकान मालिक का परिवार ही दे सकता है। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को सुजाता गुलाटी और उनके बेटे हर्षित और शैंकी गुलाटी कार में पलवल ले गए। उन्होंने कहा कि शैंकी हत्या के प्रयास के एक मामले में शामिल था और उसका किसी से कोई विवाद हो सकता है। मिश्रा ने यह भी पूछा कि क्या उनके बेटे को वास्तव में गौरक्षकों ने गोली मारी है, उन्हें ऐसा करने का अधिकार उन्हें किसने दिया। अनिल कौशिक ने पुलिस को बताया कि मेरे बेटे को इसलिए मारा गया, क्योंकि उन्होंने उसे गौ तस्कर समझ लिया था, और अगर वह सही है, तो गौरक्षकों को किसी को भी गोली मारने का अधिकार किसने दिया?
उन्होंने कहा कि मेरा बेटा वापस नहीं आएगा, लेकिन इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान आरोपियों ने दावा किया कि 23 अगस्त की रात को उन्हें सूचना मिली थी कि दो एसयूवी में सवार कुछ संदिग्ध पशु तस्कर शहर में रेकी कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने आर्यन और उसके दोस्तों शैंकी और हर्षित को पशु तस्कर समझ लिया और दिल्ली-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर गदपुरी टोल के पास करीब 30 किलोमीटर तक उनकी कार का पीछा किया। जब उन्होंने लडक़े और उसके दोस्तों से अपनी कार रोकने को कहा, तो चालक ने तेज गति से गाड़ी चलाना शुरू कर दिया, जिसके बाद उन्होंने गोलियां चला दीं और गोली लगने से आर्यन मिश्रा की मौके पर ही मौत हो गई थी। इस मामले में पांचों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।