-बीटीआर संगठनों (सीसीबीटीआर) और बीटीसी के बीच हुई बैठक
कोकराझार (असम), 4 सितंबर (हि.स.)। बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) संगठनों की समन्वय समिति (सीसीबीटीआर) और बीटीआर सरकार के बीच बुधवार को कोकराझार तारामंडल और विज्ञान केंद्र के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में सामाजिक-आर्थिक विकास में तेजी लाने, शिक्षा को आगे बढ़ाने और बीटीआर क्षेत्र में सामुदायिक विकास को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक में स्कूलों में शैक्षिक बुनियादी ढांचे और शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार, भूमि संबंधी मुद्दे, सामुदायिक विकास कार्यक्रमों में वृद्धि, शांति और सद्भाव, बीटीआर समझौते का कार्यान्वयन और नशीली दवाओं, जुआ, बाल विवाह, बलात्कार और मानव तस्करी जैसे असामाजिक मुद्दों पर चर्चा हुई।
बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) प्रमुख प्रमोद बोडो ने चर्चा के दौरान उठाई गई विभिन्न चिंताओं को रखा और उन्हें हल करने के लिए परिषद सरकार के चरण-दर-चरण दृष्टिकोण पर जोर दिया। बीटीसी प्रमुख ने कहा, “बीटीआर का सामाजिक-आर्थिक, शिक्षा और सामुदायिक विकास हमारी पहली प्राथमिकता है।” उन्होंने बोडोलैंड हैप्पीनेस मिशन पर भी प्रकाश डाला, जिसके तहत संगठनों को अपने-अपने जनजातियों के सामने आने वाले मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। जिसका विश्लेषण विशेषज्ञ टीमें करेंगी। वर्ष 2025 तक बीटीआर सरकार का लक्ष्य प्रत्येक समुदाय की जरूरतों के अनुरूप एक विजन और मिशन का दस्तावेज तैयार करना है।
बैठक में बीटीसी के ईएम रंजीत बसुमतारी, सीईएम और एमसीएलए के राजनीतिक सचिव माधव चौधरी छेत्री, बीटीसी के संयुक्त सचिव रिंटू चौधरी बोडो, शिक्षा निदेशक जेपी ब्रह्म और अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए। विभिन्न आदिवासी और गैर-आदिवासी समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले 26 संगठनों ने चर्चा में भाग लिया।