पूसीरे ने लांगटिंग स्टेशन यार्ड का टर्नआउट किया परिवर्तित

गुवाहाटी, 1 सितंबर (हि.स.)। ट्रेन परिचालन की संरक्षा और दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) की लमडिंग मंडल ने लमडिंग- बदरपुर हिल सेक्शन स्थित लांगटिंग यार्ड में मौजूदा 1 इन 12 ट्रैक टर्नआउट को अधिक सुरक्षित 1 इन 16 टर्नआउट सेट से सफलतापूर्वक प्रतिस्थापित कर लिया है। पूसीरे के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने रविवार काे बताया है कि लांगटिंग यार्ड के पिछले 1 इन 12 टर्नआउन (प्वाइंट 101) को 3.5 डिग्री कर्व पर रखा गया था, जिसके परिणामस्वरूप क्रॉसओवर पर 7.5 डिग्री की तीव्र वक्रता थी। इस तीव्र वक्रता की वजह से सुचारू ट्रेन परिचालन को बनाए रखने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता था। 1 इन 16 टर्नआउट को स्थापित कर परिणामी वक्रता को 5.73 डिग्री तक काफी कम कर दिया गया, जिससे यार्ड के माध्यम से सुरक्षित और अधिक कुशलता से ट्रेन आवाजाही की सुविधा मिलेगी है। प्रतिस्थापन प्रक्रिया में सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन शामिल था, जिसमें एमएफआई तकनीक का उपयोग करके मशीन टैम्पिंग के कई राउंड चलाए गए, जो पटरियों को और स्थिर करते हैं और इष्टतम संरेखण सुनिश्चित करते हैं।

उन्हाेंने बताया कि पूसीरे अपने ट्रेन कनेक्टिविटी की बुनियादी संरचना के निरंतर सुधार और अपग्रेडेशन के लिए प्रतिबद्ध है। अपग्रेडेड लांगटिंग यार्ड उन्नत प्रौद्योगिकियों और प्रथाओं को अपनाने के लिए पूसीरे के समर्पण का एक प्रतिबिंब है, जो रेलवे परिचालन के लिए उच्च मानकों को सुनिश्चित करता है और इस प्रकार मौजूदा लेआउट की चुनौतियों को कम करता है। पूसीरे अपने यात्रियों को सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय रेल सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और क्षेत्र की बढ़ती मांगों को पूरा करने के लिए बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण में निवेश करना जारी रखेगा।

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