शिमला, 31 अगस्त (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में शनिवार को मौसम साफ बना हुआ है। राजधानी शिमला सहित अन्य प्रमुख शहरों में धूप खिली है। पिछले कुछ दिनों से राज्य में भारी बारिश व बादल फटने की घटनाएं न होने से लोगों ने राहत की सांस ली है। हालांकि कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो रही है। मौसम विभाग ने आगामी 2 व 3 सितंबर को भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
सितंबर के पहले हफ़्ते में भी बादल जमकर बरस सकते हैं। इसे लेकर मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार काे आगामी 2 व 3 सितंबर को येलो अलर्ट जारी किया है। 2 सितंबर को मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग ने इन्हीं हिस्सों में 3 सितंबर को मेघ गर्जन व आसमानी बिजली गिरने की आशंका जताई है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को घरों से बाहर निकलते समय एहतियात बरतने व सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह भी अपील की गई है कि लोग नदी-नालों से दूर रहें व भूस्खलन संभावित इलाकों की यात्रा न करें। 6 सितंबर तक राज्यभर में मौसम के खराब रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार राज्य में 1 जून से 30 अगस्त तक सामान्य से 23 फीसदी कम वर्षा हुई है। अगस्त महीने में शिमला, सिरमौर, कांगड़ा, मंडी और बिलासपुर जिलों में ही सामान्य से ज्यादा वर्षा हुई जबकि शेष सात जिलों में बादल कम बरसे हैं। राज्य में मानसून ने 27 जून को दस्तक दी थी। अक्टूबर के पहले हफ्ते मानसून प्रदेश से रुखसत होता है।
इन स्थानों पर हुई वर्षा
पिछले 24 घण्टों के दौरान सुंदरनगर में सर्वाधिक 44, शिलारू में 43, जुब्बड़हट्टी में 20, मनाली में 17, शिमला में 15, स्लापड व डल्हौजी में 11-11 और घुमरूर में आठ मिमी वर्षा रिकार्ड हुई है।
शिमला की 34 सड़कें बंद
इस बीच पिछले दिनों हुई भारी बारिश से अभी भी कई सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थमने से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की सुबह तक प्रदेश की 72 सड़कें भूस्खलन से अवरुद्ध रहीं। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 34 सड़कें बंद हैं। मंडी में 15, कांगड़ा में 10, कुल्लू में नौ और लाहौल स्पीति, सिरमौर व ऊना में एक-एक सड़क बाधित है। कांगड़ा जिला के इंदौरा में एक पुल भी क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके अलावा कुल्लू में छह, चम्बा में तीन और मंडी जिला में एक बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप है। बिलासपुर में 19 और चम्बा में 13 पेयजल स्कीमें भी बाधित हैं।
मानसून से 1265 करोड़ का नुकसान 175 घर गिरे
मानसून से पिछले दो माह में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार मानसून से चल व अचल संपति को 1265 करोड़ का नुकसान पहुंचा है। इस दौरान 175 घर पूरी तरह धराशायी हुए, जबकि 475 घरों को आंशिक नुकसान हुआ। 58 दुकानें और 462 पशुशालाएँ भी पूर्ण रूप से ध्वस्त हुईं। इस अवधि में वर्षा जनित हादसों में 270 लोग मारे गए और 30 लापता हैं। दो माह में बादल फटने, बाढ़ व भूस्खलन की 88 घटनाएँ हुईं।