कोलकाता, 30 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में राज्य महिला आयोग की चुप्पी के खिलाफ शुक्रवार को भाजपा महिला मोर्चा ने कोलकाता स्थित राज्य महिला आयोग के कार्यालय पर प्रदर्शन किया।
भाजपा विधायक अग्निमित्रा पॉल, पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी और पूर्व केंद्रीय मंत्री देवश्री चौधरी समेत पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पुलिस के साथ बहस और सक्षम अधिकारियों से चर्चा करने के उसके सुझाव के बाद आयोग के कार्यालय में दाखिल हुआ। अग्निमित्रा पॉल ने कहा, “हम महिला आयोग के दफ्तर में गए और वहां की अध्यक्ष लीना गांगुली समेत अधिकारियों से मिले। हमने आरजी कर अस्पताल परिसर में एक महिला डॉक्टर की दुष्कर्म-हत्या के बाद आयोग की खामोशी पर विरोध दर्ज किया। हमने आयोग के गेट पर एक बड़े ताले की तस्वीर लगाई और आयोग की अध्यक्ष को एक ‘प्रतीकात्मक मृत्यु प्रमाण पत्र’ सौंपा, जिसमें यह बतायी गयी है कि पैनल महिलाओं के सुरक्षित जीवन और आवाजाही के अधिकार को बनाए रखने में विफल रहा है।”
पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए लॉकेट चटर्जी ने कहा कि पुलिस राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकती। पुलिस आरजी कर अस्पताल में अपराध से जुड़े सबूतों के नष्ट होने को रोकने में असमर्थ है लेकिन शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों पर बर्बर लाठीचार्ज कर सकती है। हमारा प्रदर्शन प्रतीकात्मक और शांतिपूर्ण है। पुलिस इतनी डरी हुई क्यों है। इससे पहले भाजपा महिला मोर्चा की एक समूह को आयोग के दफ्तर में प्रवेश से रोक दिया गया था और नारेबाजी के बीच उन्हें हिरासत में ले लिया गया था।