ढाका, 30 अगस्त (हि. स.)। बांग्लादेश में आरक्षण के विरोध में शेख हसीना नीत पूर्ववर्ती सरकार के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान 1,000 से अधिक लोग मारे गए, वहीं 400 से अधिक लोगों की पुलिस की गोली लगने से एक या दोनों आंख की रोशनी चली गई है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की एक शीर्ष सलाहकार ने गुरुवार को यह बात कही।
स्वास्थ्य सलाहकार नूरजहां बेगम ने राजधानी के राजारबाग इलाके में सेंट्रल पुलिस अस्पताल के भ्रमण के दौरान यह खुलासा किया जहां उन्होंने संघर्ष के दौरान घायल हुए पुलिसकर्मियों से बात की।
‘बीडीन्यूज24 . कॉम’ समाचार पोर्टल ने नूरजहां के हवाले से कहा, ‘‘अभी तक 1,000 लोग मारे जा चुके हैं और 400 से अधिक छात्र और आम लोगों की आंखों की रोशनी चली गई। इनमें कई की एक आंख की रोशनी तो अन्य की दोनों आंख की रोशनी चली गई।’’ नौकरियों में आरक्षण की विवादास्पद प्रणाली को लेकर जुलाई में देश में शुरू हुए प्रदर्शन हिंसक हो गए थे।
देश के विभिन्न हिस्सों में पुलिस के साथ झड़प में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी मारे गए और घायल हो गए।
शेख हसीना अपनी सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन के बाद पांच अगस्त को इस्तीफा देकर भारत चली गई थीं। उनकी जगह एक अंतरिम सरकार ने कामकाज संभाला और 84 वर्षीय मुहम्मद यूनुस को सरकार का मुख्य सलाहकार नियुक्त किया गया जो प्रधानमंत्री के समकक्ष हैं।