जोधपुर, 27 अगस्त (हि.स.)। शहर में मासूम से दुष्कर्म के मामले बढऩे लगे है। दस दिनों के अंतराल में एक बार फिर शहर शर्मसार हो गया है। इस बार घटना पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े चिकित्सालय महात्मा गांधी अस्पताल में हुई है। दो संविदा कर्मियों द्वारा एक किशोरी से दुराचार किया गया है। बच्ची अस्पताल में ही पड़ी मिली थी। मामला पुलिस के संज्ञान में सोमवार की शाम को आया था। जिस पर हरकत में आई पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दो ठेका कर्मचारियों को दस्तयाब करने के साथ गिरफ्तार कर लिया है, फिलहाल इनके नामों का पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। बताया गया कि किशोरी सोमवार को दिन में किसी कारण से अपने घर से निकली थी।
पुलिस उपायुक्त पश्चिम राजर्षि राजवर्मा ने बताया कि साेमवार काे सूरसागर थाने में एक बच्ची की गुमशुदगी दर्ज हुई थी। बच्ची सोमवार को अपने घर से निकली थी। इस बारे में शाम को पुलिस को सूचना मिलने पर तलाश करवाई गई थी। बाद में पता लगा कि बच्ची के साथ में महात्मा गांधी अस्पताल में दो लडक़ों द्वारा गलत व्यवहार किया गया है। जिस पर पुलिस की टीमें लगाई गई।
डीसीपी वेस्ट राजर्षि राजवर्मा के अनुसार दोनों लडक़ों को दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है। दोनों अस्पताल के ही ठेकाकर्मी है।
एफएसएल टीम पहुंची:
इधर मंगलवार सुबह मामले को लेकर एफएसएल टीम महात्मा गांधी अस्पताल पहुंची और साक्ष्य को जुटाया गया। एफएसएल टीम के साथ ही डीसीपी वेस्ट राजर्षि राजवर्मा सहित पुलिस के अन्य अधिकारी वहां पहुंचे। अस्पताल का मौका तस्दीक किया गया और पड़ताल आरंभ की गई।
अस्पताल में कैमरों को चैक करने के साथ लाइट की व्यवस्था को जांचा गया :
अस्पताल में जिस स्थान पर यह घटना हुई है वहां पर सीसीटीवी कैमरें है अथवा नहीं या फिर रात को वहां लाइट के व्यवस्था थी या नहीं, इस बारे में गहन जांच चल रही है। घटना संज्ञान में आने के बाद अस्पताल प्रशासन भी हरकत में आ गया। अस्पताल अधीक्षक फतेहचंद सहित स्टाफ ने मौका देखने के साथ लाइटस एवं कैमरों की तत्काल जांच आरंभ करवाई है।
दस दिन में यह तीसरा मामला :
बता देें कि शहर में दस दिन के अंतराल में यह तीसरा मामला सामने आ गया है। इससे पहले खेमें का कुआं के नजदीक तीन साल की मासूम से एक दरिंदे ने दुष्कर्म किया था। इसके ठीक तीन दिन बाद ही एक होमगार्ड कर्मी ने नौ साल की बच्ची से छेड़छाड़ की थी, हालांकि पुलिस ने दोनों ही प्रकरण में आरोपिताें को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था। एक में संभवत : शीघ्र ही चालान भी पेश किया जा सकता है।