रायपुर, 25 अगस्त (हि.स.)। श्रीराम जन्मभूमि प्रसंग और काशी-विश्वनाथ मामले उठाने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने देश में सनातन बोर्ड बनाने की मांग की है। रविवार की सुबह राजधानी रायपुर पहुंचे जैन “राष्ट्रीय गौरव का पुनर्जागरण” कार्यक्रम में शामिल होंगे। स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा स्वागत किये जाने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा कि वे मंदिर, जो सरकार के नियंत्रण में हैं, सब मुक्त होना चाहिए।
वरिष्ठ अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कई कानूनों को बदले जाने के प्रश्न पर कहा कि सीपीसी, आईपीसी का सवाल है, वह एक विषय है। मेरा फोकस उन कारणों पर है, जो बहुसंख्यक समाज को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाता है। जो सेकुलर शब्द जोड़ा गया है, आर्टिकल माइनॉरिटी का जो कांसेप्ट है, जो मिनिस्ट्री है, उन सारे विषयों ने जो हिंदू समाज की आत्मा को झकझोर कर रखता है, उन सब पर हमारा फोकस रहेगा। ज्ञानवापी, कृष्ण जन्मभूमि, कुतुब मीनार, ताजमहल, मस्जिद का हम केस लड़ने जा रहे हैं। ऐसे मस्जिद के केस , जो पहले के इतिहास में मंदिर हुआ करता था, इसको जबरदस्ती कब्जा किया गया, इस पर हमारा फोकस रहेगा।
उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड बनना चाहिए, जितने मंदिर जो सरकार के कंट्रोल में अलग-अलग राज्यों में है, वह सब मुक्त होना चाहिए। उसके प्रावधान भी मैं लोगों के सामने रखूंगा। यह हमारी मांग रहेगी। कोशिश यही है कि जो कानून इस समय हिंदू विरोधी है,उसे फोकस करें। वह लोगों के सामने रखें चाहें वह एक्ट 1995 जैसे क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि अब लीगल इश्यूज को महत्व दिया जाता है। उन्होंने कहा, कि हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड हम बना सकते हैं, इसे लेकर कोई रोक-टोक नहीं है। जैसे वक्फ बोर्ड के तहत बना है, वैसा हिंदू बोर्ड भी बन सकता है। पार्लियामेंट में रखकर इसको लेकर कानून जारी कर सकते हैं। बांग्लादेश की घटना को लेकर उन्होंने कहा, यह सवाल देश के सभी दलों के वरिष्ठ नेताओं से पूछना चाहिए।