रायगढ़, 25 अगस्त (हि.स.)। मां बुढ़ी माई की पावन नगरी में प्रतिस्थापित प्रतिष्ठित संस्था सरस्वती शिशु मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय राजीव नगर रायगढ़ में कार्यरत आचार्य बन्धु-भगिनियों की दक्षता एवं क्षमता विकास को ध्यान में रखते हुए इस सत्र का तृतीय आवर्ती आचार्य व्यक्तित्व विकास वर्ग रविवार काे सम्पन्न हुआ।
सर्व प्रथम भारतीय परम्परानुसार विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती, ओम् और भारत माता के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
तत्पश्चात् विद्यालय के अनुभवी एवं विषयों में पारंगत आचार्य बन्धु-भगिनियों के द्वारा विविध विषयों में अपनी प्रस्तुति दी गई। शारीरिक शिक्षा के तहत समता एवं व्यायाम योग पद्मलोचन पटेल ने लिया। वहीं वार्षिक गीत “नन्हें मुन्ने भोले भाले,शूरवीर हम सच्चे हैं ” का रेवती मालाकार आचार्या के द्वारा सुरीली आवाज में अभ्यास कराया गया। विद्यालय के भैया-बहिन अंग्रेजी बोलने में आगे रहें, सहजता पूर्वक या आसानी से अंग्रेजी में वार्तालाप-संवाद कर सकें इस हेतु अंग्रेजी में बातचीत करने के लिए कुबेर लाल माली के द्वारा स्पोकन इंग्लिश का सुन्दर अभ्यास कराया गया। अक्षर साधना के अन्तर्गत भैया-बहनों के लेख सुन्दर हो। इस हेतु स्व. नाना लाभे द्वारा सुन्दर लेख हेतु बताए गए सूत्र को दृष्टिगत रखते हुए रजनी थवाईत ने सुलेख का अभ्यास कराया। वहीं सभी भाषाओं की जननी संस्कृत का अधिकाधिक प्रयोग हो। इस हेतु जीधन लाल पटेल आचार्य के द्वारा संस्कृतम् वदतु के अन्तर्गत संस्कृत संभाषण का रोचक प्रस्तुति दी गई। वहीं संस्था प्रमुख जगदेव प्रसाद पटेल प्राचार्य ने भैया-बहनों को खेल-खेल में शिक्षा एवं गतिविधि आधारित शिक्षा को आनंददायी और आकर्षक बनाने की प्रक्रिया को दृष्टिगत रखते हुए बौद्धिक खेलों में राम श्याम, फलों के नाम, पोस्ट आफिस जैसे खेलों को खेलाकर मनोरंजक अभ्यास कराया गया। अंत में कल्याण मंत्र कर कार्यक्रम का समापन किया गया। उक्त जानकारी प्रचार प्रसार प्रमुख कुबेर लाल माली आचार्य ने दी।